चीन के एविएशन रेगुलेटर ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए उड़ान के दौरान केबिन क्रू को डिस्पोजेबल डायपर पहनने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बाथरूम का उपयोग करने से बचने की सलाह दी है। रेगुलेटर की ओर से कहा गया है कि यह सिफारिश उन चार्टर फ्लाइट्स पर लागू होंगे जो उन देशों या इलाकों में जाएँगे जहां 10 लाख की आबादी पर 500 से ज्यादा कोरोना केस होंगे। डायपर पहनने की सलाह पर्सनल प्रोटेक्टिव एक्विपमेंट सेक्शन में दी गई है।
फ्लाइट्स के लिए कई अन्य दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं। केबिन क्रू के लिए कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए डायपर के साथ ही मेडिकल प्रोटेक्टिव मास्क, डबल-लेयर डिस्पोजेबल मेडिकल रबर दस्ताने, गॉगल्स, डिस्पोजेबल कैप्स, डिस्पोजेबल सुरक्षात्मक कपड़े, डिस्पोजेबल शू कवर, मास्क और चश्मे पहनने की भी सलाह दी गई है।
उड़ान के दौरान केबिन में क्लीन एरिया जोन, बफर जोन, पैसेंजर सीटिंग एरिया जोन और क्वारनटीन एरिया भी बनाए जाने की बात कही गई है। पीछे की तीन पंक्तियों का इमरजेंसी क्वॉरंटीन के लिए इस्तेमाल होगा, जिसे डिस्पोजेबल पर्दे से अलग किया जा सकता है।
एयरलाइन्स का कहना है कि महामारी के बावूजद हवाई सफर करना सुरक्षित है। प्लेन में हॉस्पिटल में इस्तेमाल होने वाले एयर फिल्टर्स लगे होते हैं जिसकी वजह से कोरोना का ख़तरा काफी हद तक कम हो जाता है। हालांकि, शोधकर्ता इसे लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं है। कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब फ्लाइट में यात्रियों के मास्क पहनने और पर्याप्त दूरी बनाए रखने के बावजूद संक्रमण फैल गया।
दुनियाभर में अभी तक करीब 7 करोड़ लोग संक्रमित हो गए हैं। इनमें से अब तक 16 लाख कोरोना संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। जब चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस का प्रकोप फैलना शुरू हुआ था, तो वहां की एविएशन इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हुई थी।