प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों से समाज में जातिवाद और क्षेत्रवाद जैसी विकृतियों को जड़ से खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा कि दशहरा उत्सव को देश में हर बुराई पर देशभक्ति की जीत का प्रतीक भी बनाना चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली के द्वारका में दशहरा कार्यक्रम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा कि यह हर किसी का सौभाग्य है कि वे सदियों के इंतजार के बाद अब अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर के निर्माण के गवाह बन रहे हैं। उन्होंने कहा, यह कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा और यह लोगों के धैर्य की जीत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विजयादशमी का पर्व सिर्फ रावण पर राम की विजय का पर्व नहीं, राष्ट्र की हर बुराई पर राष्ट्रभक्ति की विजय का पर्व बनना चाहिए। पीएम ने कहा कि भारत आज विश्व की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी के साथ सबसे विश्वस्त डेमोक्रेसी के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने भारत के सफल चंद्र मिशन, नए संसद भवन के उद्घाटन और महिला आरक्षण कानून के अधिनियमन का हवाला देते हुए कहा, यह कई शुभ विकासों के बीच हो रहा है। मोदी ने लोगों से 10 प्रतिज्ञाएं लेने को भी कहा, जिसमें कम से कम एक गरीब परिवार को उसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति बढ़ाने में मदद करना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि जब सबका विकास होगा तभी देश विकसित राष्ट्र बनेगा। उन्होंने जिन अन्य कारणों का उल्लेख किया उनमें पानी की बचत, डिजिटल लेनदेन, स्वच्छता, स्थानीय के लिए मुखर, गुणवत्तापूर्ण कार्य, घरेलू पर्यटन, प्राकृतिक खेती, बाजरा की खपत और फिटनेस शामिल हैं।