प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चित्रकूट में 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आपने लंबे समय तक वे दिन देखे हैं जब बुंदेलखंड के नाम पर, किसानों के नाम पर हजारों करोड़ के पैकेज घोषित किए जाते थे लेकिन किसान के पास कुछ नहीं पहुंचता था लेकिन अब वह समय बीत चुका है। अब दिल्ली से निकलने वाली पाई-पाई उसके हकदार तक पहुंच रही है।
पीएम ने कहा कि यूपी के दो करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के खाते में करीब 12,000 करोड़ रुपये जमा हुए हैं, जिसमें चित्रकूट भी शामिल है। आप कल्पना कर सकते हैं, केवल एक वर्ष में 12,000 करोड़ रुपये, वह भी सीधे बैंक खातों में, बिचौलियों और भेदभाव के बिना। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस कोशिश में लगी है कि किसान को उसके खेत के कुछ किलोमीटर के दायरे में ही एक ऐसा सिस्टम मिले, जो उसे देश के हर बाजार से जोड़ दे। सरकार इसके लिए लगी हुई है और आने वाले समय में ये ग्रामीण हाट, कृषि अर्थव्यवस्था के नए केंद्र बनेंगे।
'रोजगार के रास्ते खुलेंगे'
उन्होंने कहा कि करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे और यहां के सामान्य जन को बड़े-बड़े शहरों जैसी सुविधा से जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन जिलों से होकर गुजरेगा और बुदेलखंड को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए जोड़ेगा। इस एक्सप्रेस-वे से यूपी डिफेंस कॉरिडोर को भी लाभ होगा।
'सभी की रक्षा करना सर्वोच्च प्राथमिकता'
प्रयागराज में दिव्यांगों को उपकरण बांटने के बाद उन्होंने कहा कि वरिष्ठजन, दिव्यांगजन, आदिवासी, दलित-पीड़ित, कोई भी व्यक्ति हो, सभी 130 करोड़ भारतीयों के हितों की रक्षा करना, उनकी सेवा करना, हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। दिव्यांगों की तकलीफ को समझकर जिस तरह इस सरकार ने काम किया है, उतना पहले कभी नहीं किया गया। हमारी सरकार समाज के हर व्यक्ति के विकास के लिए, उसके जीवन को आसान बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 4-5 वर्षों में देश की सैकड़ों इमारतें, 700 से ज्यादा रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य बनाई जा चुकी हैं, जो बची हुई हैं उन्हें भी सुगम्य भारत अभियान से जोड़ा जा रहा है।