इस बार 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से अपने मौजूदा कार्यकाल का आखिरी भाषण देंगे। 2014 में जब वह प्रधानमंत्री बने थे, तब उनके पहले भाषण में रोडमैप था। अब चूंकि 2019 लोकसभा चुनाव नजदीक हैं तो उनके सामने रिपोर्ट कार्ड पेश करने की चुनौती होगी। साथ ही यहां से वह कई ऐलान कर चुनावी जमीन तैयार करने की कोशिश करना चाहेंगे। ऐसे में उनका भाषण लोकलुभावन भी हो सकता है। बीते कुछ भाषणों में वह सरकार की कुछ योजनाओं का अनिवार्य रूप से जिक्र करते हैं। इस बार भी वह किन 5 बड़ी बातों का जिक्र कर सकते हैं, इस पर नजर डालते हैं-
विद्युतीकरण और एलईडी बल्ब
पीएम मोदी 2016 से 18,500 गांवों के विद्युतीकरण के लक्ष्य का जिक्र अपने भाषणों में करते रहे हैं। सरकार का दावा है कि उसने यह लक्ष्य पूरा कर लिया है इसलिए इस उपलब्धि का जिक्र उनके भाषण में हो सकता है।
जहां तक एलईडी बल्ब का सवाल है तो पीएम मोदी ने 2016 में 13 करोड़ एलईडी बांटे जाने की बात कही थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि हमने 77 करोड़ बल्ब बांटने का फैसला किया है। जब ये बांट दिए जाएंगे तो 20 हजार मेगावाट बिजली की बचत की जा सकेगी, जिससे 1.25 लाख करोड़ रुपये बचाए जा सकेंगे। इस संबंध में पीएम मोदी बुधवार को ताजा आंकड़ों का हवाला दे सकते हैं।
रोजगार
रोजगार के सवाल पर विपक्ष लगातार पीएम मोदी को घेर रहा है। हाल ही में एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि एक साल में सरकार ने एक करोड़ नौकरियां दी हैं।
2017 के अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा था कि रोजगार सृजन के लिए 8 करोड़ लोगों को ऋण दिए गए। वह स्किल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं के तहत स्वरोजगार पर जोर देते रहे हैं इसलिए अनुमान है कि वह यह बताएं कि इनके जरिए कितना रोजगार पैदा हुआ।
किसानों के मुद्दे
पीएम मोदी किसानों का अक्सर जिक्र करते रहते हैं। 2016 में मोदी ने फसल बीमा योजना का जिक्र किया था। इसी साल उन्होंने गन्ना किसानों के भुगतान के मुद्दे का भी उल्लेख किया था। 2017 में मोदी ने फसल बीमा योजना की सफलता को गिनाने के साथ नौ करोड़ किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिए जाने का भी जिक्र किया। साथ ही 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होने की उम्मीद जताई थी। हाल ही में सरकार ने खरीफ फसलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की है। पीएम मोदी इसका जिक्र कर सकते हैं।
जन स्वास्थ्य
पीएम मोदी ने 2014 में फिटनेस के लिए लिए योग की महत्ता का बखान किया था। उन्होंने खुद भी वीडियो बनाकर स्वास्थ्य को लेकर संदेश दिया था। 2015 में उन्होंने 2022 तक स्वस्थ भारत बनाने के लिए विजन 2022 पेश किया था। पीएम मोदी आयुष्मान भारत के नाम से राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन का उल्लेख कर सकते हैं कि किस तरह ये गरीब परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा कवच का काम करेगा।
जीएसटी
गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के बीते साल लागू होने के एक महीने के भीतर ही पीएम मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में सहकारी संघवाद (कोऑपरेटिव फेडरलिज्म) को वास्तविकता बताया था। इस साल मोदी आंकड़ों के साथ GST की कामयाबी का दावा कर सकते हैं। साथ ही वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की ओर से भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान का जिक्र कर सकते हैं।