पुलिस ने साहित्य सम्मेलन में की गई उनकी विवादास्पद टिप्पणी के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मुंबई में महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे के आधिकारिक आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सत्तारूढ़ शिवसेना से ताल्लुक रखने वाली गोरहे को पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा था कि अविभाजित क्षेत्रीय पार्टी में पद भ्रष्ट तरीकों से प्राप्त किए गए थे, जिसमें मर्सिडीज कारों को उपहार में देना भी शामिल है।
उन्होंने शनिवार को नई दिल्ली में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में बोलते हुए यह टिप्पणी की। 2022 में मूल पार्टी में विभाजन के बाद शिवसेना (यूबीटी) अस्तित्व में आई। उनकी टिप्पणी से राज्य की राजनीति में हंगामा मच गया और शिवसेना (यूबीटी) समर्थकों ने विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया।
एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने दक्षिण मुंबई में गोरहे के आधिकारिक आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। अधिकारी ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है और मंत्रालय (राज्य सचिवालय) के पास स्थित उनके आधिकारिक बंगले के बाहर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि चूंकि उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में कुछ राज्य मंत्रियों के आवास भी हैं, इसलिए दंगा नियंत्रण पुलिस (आरसीपी) और उनके वाहन आमतौर पर स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ इलाके में खड़े रहते हैं।