राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 344 तक पहुंच गया है जबकि चार केंद्रों ने प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' बताया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 344 पर पहुंच गया है। यह स्तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है और संवेदनशील समूहों के साथ-साथ स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित कर सकता है।
शहर के 37 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से चार स्थानों पर प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ पाया गया। इनमें बवाना का एक्यूआई 426, वजीरपुर 412, जहांगीरपुरी 418 और विवेक विहार 402 दर्ज किया गया। ‘गंभीर’ श्रेणी में आने वाला प्रदूषण स्तर सांस संबंधी समस्याओं, आंखों में जलन और फेफड़ों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
अगले कुछ दिनों में सुधार नहीं
पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक वायु गुणवत्ता में किसी बड़े सुधार की उम्मीद नहीं है। मौसम और हवा की गति में कमी के कारण प्रदूषक वातावरण में ही जमा हो रहे हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस कम है। दिन का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई गई है। ठंडी हवाओं के चलते प्रदूषण के कण नीचे ही जमा हो रहे हैं, जिससे प्रदूषण स्तर बढ़ा हुआ है।