शुक्रवार से विज्ञान भवन में ‘वर्ल्ड फूड फेस्टिवल 2017’ की शुरुआत हो गई है, जिसका उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस कार्यक्रम में 70 देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। विज्ञान भवन में मेले का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी इंडिया गेट लॉन में फूड स्ट्रीट का दौरा किया। इस इवेंट का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है, जो तीन दिनों तक चलेगा।
वर्ल्ड फूड फेस्टिवल में सभी का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज विश्व की सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। निवेश के लिए भारत सबसे बढ़िया विकल्प बताते हुए पीएम ने 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर विश्व बैंक की रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग में हुए शानदार सुधार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत जीएसटी और अन्य आर्थिक सुधारों की वजह से भारत के कारोबारी माहौल में सुगमता आई है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि घरेलू तरीकों की मदद से बने हमारे मशहूर अचार, पापड़, चटनी और मुरब्बे पूरी दुनिया में लोगों को पसंद हैं। उन्होंने कहा कि भारत में अब व्यापार करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है।
India is one of the fastest growing economies in the world. GST has eliminated multiplicity of taxes: PM Modi in Delhi pic.twitter.com/7C1jq5ht7W
— ANI (@ANI) November 3, 2017
India has jumped 30 ranks this year in World Bank's ease of doing business rankings: PM
— ANI (@ANI) November 3, 2017
Simple, home-based techniques, like fermentation, have resulted in creation of our famous pickles, papads, chutneys & murabbas...: PM 1/2 pic.twitter.com/BJvgm63MkW
— ANI (@ANI) November 3, 2017
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारतीय मसालों के बारे में तो सभी जानते हैं. इसी से प्रभावित होकर विदेशी लोग भारत आते थे। उन्होंने कहा कि भारतीय खाने में हल्दी और तुलसी जैसी चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है जो बीमारियों से भी बचाते हैं। उन्होंने कहा कि ठेका खेती, कच्चे माल व कृषि श्रृंखला में और निवेश की जरूरत है। हमने पांच साल में किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।
इसका इवेंट लक्ष्य भारत को फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना और वैश्विक खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का सोर्सिंग हब बनाकर किसानों की आय दोगुनी करना है। यह पहली बार है जब भारत में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में इस प्रकार के फेस्ट का आयोजन किया जा रहा है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि जैसा कि हम साल 2050 की ओर बढ़ रहे हैं, दुनिया की आबादी में 25% की बढ़ोतरी हो रही है और 50% तक भोजन की मांग बढ़ रही है, ऐसे में हमें खाना बर्बाद होने से बचाने के लिए लड़ना होगा।
As we move towards 2050,world population set to increase by 25%&demand for food by 50%,we need to wage war against food waste:Harsimrat Kaur pic.twitter.com/dPEyRjkrbu
— ANI (@ANI) November 3, 2017
Prime Minister Narendra Modi at the inauguration of World Food India 2017 in Delhi pic.twitter.com/fsb3rg5P1F
— ANI (@ANI) November 3, 2017
खिचड़ी बनाएगी विश्व रिकॉर्ड
इस फेस्ट में एक वर्ल्ड रेकॉर्ड भी बनेगा। शनिवार को इस फेस्ट में 1100 किलो की खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की तैयारी चल रही है। इससे पहले यह बात आई थी कि खिचड़ी को नेशनल फूड घोषित करने का प्लान है। हालांकि, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने इस बात का खंडन करते हुए बताया कि खिचड़ी नेशनल फूड नहीं बनेगी बल्कि वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएगी। खिचड़ी को विश्व प्रसिद्ध बनाने की जिम्मेदारी मशहूर शेफ संजीव कपूर को दी गई है।
संजीव कपूर की बनाई खिचड़ी खाएंगे 60 हजार अनाथ बच्चे
आज इंडिया गेट पर संजीव कपूर 800 किलोग्राम खिचड़ी बनाएंगे। इतनी बड़ी मात्रा में खिचड़ी बनाने के लिए करीब हजार लीटर की क्षमता वाली कड़ाही का इंतजाम किया गया है, जिसकी गहराई करीब 7 फीट होगी। इस इवेंट के जरिए खिचड़ी को ब्रांड इंडिया फूड के रूप में प्रमोट करने की योजना है। संजीव कपूर द्वारा बनाई गई खिचड़ी को करीब 60 हजार अनाथ बच्चों में बांटा जाएगा। साथ ही वहां मौजूद सभी मेहमानों को संजीव कपूर द्वारा बनाई गई खिचड़ी परोसी जाएगी। इतना ही नहीं, भारत में रह रहे फॉरेन मिशन के चीफ को खिचड़ी के साथ-साथ उसकी रेसिपी भी मुहैया कराई जाएगी।
पहले ही फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 65 हजार करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव
इस बड़े आयोजन से पहले ही फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 65 हजार करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव आ चुके हैं। इसमें 40 से भी अधिक देशों के करीब 2000 लोग हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें कई बड़ी खाद्य कंपनियों के सीईओ शामिल हैं। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश को आकर्षित करने और रोजगार के मौके बढ़ाने के मकसद से आगामी 3 नवंबर से नई दिल्ली में वर्ल्ड फूड इंडिया का आयोजन होने जा रहा है।
40 से भी अधिक देशों के लोग शामिल
भारत में पहली बार आयोजित होने जा रहे अपनी किस्म के इस अनोखे इवेंट में 40 से भी अधिक देशों के करीब 2000 लोग हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें कई बड़ी खाद्य कंपनियों के सीईओ शामिल हैं। वर्ल्ड फूड इंडिया में जर्मनी, डेनमार्क और जापान साझेदार देश हैं, जबकि इटली और नीदरलैंड्स फोकस देश हैं।
कार्यक्रम का समापन 5 नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने भाषण से करेंगे। इस फूड फेस्ट में जहां एक मेगा एक्जिबिशन मेगा फूड पार्क और फूड स्ट्रीट का आयोजन होगा तो, वहीं विश्व के खानों पर चर्चा के लिए सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा। इस मेगा फूड पार्क और फूड स्ट्रीट में लोग भारतीय खानों के साथ-साथ विदेशी खानों का लुत्फ भी उठा सकेंगे।