राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा मामले में पुलिस ने बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि विहिप और बजरंग दल ने बिना इजाजत के शोभायात्रा निकाली थी। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अंसार समेत 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, राजनीति भी जमकर शुरू हो चुकी है। इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि, दंगाइयों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई करें कि दोबारा दिल्ली में इस तरह के दंगे और हिंसा ना हो पाए।
मामले में दिल्ली पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद के जिला सेवा प्रमुख प्रेम शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि विहिप के जिला सेवा प्रमुख प्रेम शर्मा ने बिना पुलिस इजाजत के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर शोभायात्रा निकाली थी। डीसीपी एनडब्ल्यू उषा रंगनानी ने कहा, 17 अप्रैस को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के दिल्ली प्रांत के आयोजकों ने बिना अनुमति के शोभायात्रा निकाली थी, इस मामले में दोनों ही संगठनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
हनुमान जन्मोत्सव पर जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अंसार समेत 24 लोगों को गिरफ गिरफ्तार किया है। इनके अलावा 2 नाबालिग भी पकड़े गए हैं। मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों में मोहम्मद असलम भी शामिल है, जिस पर दिल्ली पुलिस के एक उपनिरीक्षक पर गोली चलाने का आरोप है। उसके पास से घटना में इस्तेमाल की गई पिस्तौल भी बरामद कर ली गई है। एक और आरोपी शेख हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान हमीद ने पुलिस को बताया कि उसने बोतलों की आपूर्ति की थी, जिसका इस्तेमाल पथराव के दौरान हुआ।
फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण शांति का माहौल है। गृह मंत्रालय ने एहतियात के तौर पर सीआरपीएफ और आरएएफ की पांच और कंपनियां भेजी हैं। दिल्ली पुलिस ने पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। मामले के 4 और आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने रोहिणी कोर्ट में पेश किया और सभी को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मुख्य आरोपी अंसार और असलम की पुलिस कस्टडी को दो दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। दिल्ली पुलिस हिंसा मामले को लेकर अब लगातार गिरफ्तारियां कर रही है. सीसीटीवी फुटेज और अन्य माध्यमों से लोगों की पहचान की जा रही है, जो लोग किसी भी तरह इस हिंसा में शामिल थे।
पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने बताया कि हिंसा में 9 लोग जख्मी हुए हैं, इनमें 8 पुलिसकर्मी हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया जिस परते नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचा। एकतरफा कार्रवाई के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए उऩ्होंने कहा, ''नहीं..हिंसा में शामिल दोनों पक्षों के लोगों को गिरफ्तार किया गया है।+' कमिश्नर ने मस्जिद में भगवा झंडा फहराने के दावे से इनकार किया है।