चंडीगढ़,पंजाब की कैप्टन अमरिदंर सरकार का चार साल का कार्यकाल पूरा होने के मौके सरकार को घेरने वाले पंजाब भाजपा के नेताओ को किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों पर घेर रहे हैं। शनिवार को मलोट में भाजपा विधायक अरुण नारंग को सरेआम निर्वस्त्र कर पीटने की घटना के बाद रविवार को कपूरथला में भाजपा नेता और किसान आमने-सामने हो गए। मलोट में भाजपा विधायक के साथ हुई घटना के रोष में कपूरथला के भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह का पुतला फूंकने की तैयारी कर रहे थे तभी किसानों ने मौके पर पहुंच भाजपा नेताओं का विरोध किया और कैप्टन का पुतला भी छीन लिया। किसान नेताओं ने कहा कि मलोट में भाजपा विधायक के साथ हुई घटना कि वह भी निंदा करते हैं। लेकिन चार माह से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान सैकड़ों किसान जो अपनी जान गंवा चुके हैं, उनके रोष में आज तक भाजपा नेता आगे नहीं आए।
मलोट घटना के विरोध में रविवार को चंडीगढ़ में पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को ज्ञापन देने के बाद भाजपा प्रदेश मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा कि पंजाब की कैप्टन अमरिदंर सिंह सरकार के कार्यकाल मेंं कानून व्यवस्था चरमरा गई है जो खुले आम दंगई एक विधायक के कपड़े फाड़ रहे हैं,पीट रहे हैं। कैप्टन सरकार पर उपद्रवियों का साथ देने का आरोप लगाते हुए शर्मा ने कहा कि उनके नेताओं द्वारा कैप्टन सरकार के चार साल के कार्यकाल की नाकामियों का पर्दाफाश करने के लिए भाजपा नेता जनता के बीच जाते रहेंगे। इन्हें राेकने के लिए ही कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करा रही हैं। इन हालात में शर्मा ने पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग राज्यपाल से की है।
इधर सरकार के चार साल पूरे होने पर नाकामियां गिनाने गुरदासपुर पहुंचे भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र परमार का किसानों ने विरोध किया और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी पंजाब सरकार, कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक पाहड़ा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र परमार ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किसानों और पंजाब की जनता से तमाम वादे किए थे। लेकिन उसमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। इनमें पवित्र गुटका साहिब हाथ में पकड़कर चार हफ्ते में नशामुक्त पंजाब बनाना भी शामिल था। कांग्रेस ने सरकारी तंत्र और सत्ता का जमकर दुरुपयोग करते हुए लोकतंत्र की हत्या की और चुनाव जीता। होशियारपुर में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता इकबाल सिंह लालपुरा की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में पता चला तो किसान कार्यक्रम स्थल के सामने जा पहुंचे और रोष जताने लगे। प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई लेकिन प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की बात पर अड़ रहे। पुलिस और प्रदर्शनकारियों की खींचतान के बीच नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भाजपा नेता जानबूझकर माहौल खराब करना चाहते हैं। भाजपा नेताओं की कॉन्फ्रेंस और सभाओं पर तब तक रोक लगाई जानी चाहिए जब तक कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता।
उधर, बरनाला में बैठक करने पहुंचे भाजपा नेताओं को किसान संगठनों ने रेस्ट हाउस में नजर बंद कर दिया। रेस्ट हाउस में भाजपा पंजाब के उपप्रधान प्रवीण बंसल ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने चार साल के शासनकाल में पूरी तरह फेल साबित हो चुकी है। बेशक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घर-घर रोजगार, बेरोजगार को मान भत्ता, शगुन स्कीम, नशे को दूर करना और रंगला पंजाब का वादा किया था लेकिन असल में कोई वादा पूरा नहीं हुआ।