कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने "उद्योगपति मित्रों" के कहने पर देशव्यापी जाति जनगणना की मांग का विरोध किया। अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के गुजरात में प्रवेश के बाद आदिवासी बहुल दाहोद जिले के झालोद शहर में एक सभा में बोलते हुए उन्होंने सशस्त्र बलों में भर्ती की अग्निवीर योजना को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भी हमला बोला।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, "जब मैंने जाति सर्वेक्षण की मांग की, तो पीएम ने कहा कि भारत में कोई जाति नहीं है। लेकिन उन्होंने खुद पहले भी कई बार कहा है कि वह ओबीसी हैं। जब मैंने जाति सर्वेक्षण की मांग की, तो उन्होंने कहा कि कोई जाति नहीं है। उन्होंने अपने उद्योगपति मित्रों के कहने पर जाति सर्वेक्षण कराने से इनकार कर दिया।''
अग्निवीर योजना के बारे में बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि इस योजना के तहत भर्ती किया गया सैनिक अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं देगा, क्योंकि "वह जानता है कि अगर वह शहीद हो गया तो सेना उसके परिवार की देखभाल नहीं करेगी।" उन्होंने दावा किया, "सैनिकों के प्रशिक्षण, पेंशन और हथियार खरीदने के लिए आने वाले फंड को ठिकाने लगाने के लिए केंद्र द्वारा अग्निवीर योजना लाई गई है। और ये सभी ठेके केवल एक व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। (उद्योगपति) अडानी अब राइफल और गोला-बारूद बनाएगा और हमारी सेना वे उनसे खरीद लेंगे।''
कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि गांधी शुक्रवार को अपनी यात्रा फिर से शुरू करने से पहले झालोद के पास एक गांव में रात भर रुकेंगे। शाम करीब 4.45 बजे यात्रा ने राजस्थान से गुजरात में प्रवेश किया। कांग्रेस नेता का उनकी पार्टी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थकों ने स्वागत किया, जिसने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है।
6,700 किलोमीटर लंबी 'मणिपुर से मुंबई' यात्रा महाराष्ट्र जाने से पहले बड़ी संख्या में आदिवासी आबादी वाले गुजरात के सात जिलों से होकर गुजरेगी। यात्रा के गुजरात में प्रवेश से पहले, राज्य कांग्रेस को पार्टी के दिग्गज नेता अर्जुन मोढवाडिया सहित कुछ नेताओं के बाहर निकलने से झटका लगा, जो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।