आर्थिक सर्वेक्षण जारी होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा। वहीं, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि सरकार के दावे (7-7.5 प्रतिशत) के विपरीत वृद्धि दर 6 से 6.5 प्रतिशत रहेगी।
राहुल गांधी ने सरकारी दावों पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'आर्थिक सर्वेक्षण 2018 कहता है कि अच्छे दिन आ गए हैं, लेकिन कुछ मामूली बाधाएं हैं, जैसे औद्योगिक वृद्धि में गिरावट, कृषि विकास में गिरावट और रोजगार सृजन में कमी। चिंता मत कीजिए खुश रहिए।
उन्होंने 'डोंट वरी बी हैप्पी' गाने का वीडियो भी शेयर किया।
The #EconomicSurvey2018 says, #AccheDin are here, except for these minor hiccups:
Industrial Growth is ⬇
Agricultural Growth is ⬇
GDP Growth is ⬇
JOB Growth is ⬇"Don't worry Be Happy!"https://t.co/nXsHWvGuo3
— Office of RG (@OfficeOfRG) January 29, 2018
उधर, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि सर्वेक्षण के मुताबिक, 2017-18 में वृद्धि दर 6.75 प्रतिशत रहेगी, यह मानते हुए कि दूसरी छमाही में वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहेगी। लेकिन इस दावे के समर्थन में साक्ष्य बहुत थोड़े हैं। पहली छमाही में वृद्धि दर 6 फीसद थी और इस साल के 6 से 6.5 प्रतिशत वृद्धि दर के साथ खत्म होने के आसार है। लिहाजा कुल मिलाकर यह इस वित्तीय वर्ष की बेहद निराशाजनक रिपोर्ट है जो दो महीने में खत्म होने वाला है।
संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण को कांग्रेस ने बेहद निराशाजनक करार दिया है। पार्टी ने कहा कि इसमें जो दावे किए गए हैं वे जमीनी हकीकत से काफी दूर हैं।
पत्रकारों से बातचीत में पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के जरिए किए गए सरकारी दावे खोखले और तर्को से परे हैं। राष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बात कही, लेकिन सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि कानून होने के बावजूद पिछले चार साल में सरकार ने लोकपाल की नियुक्ति क्यों नहीं की?