लालकिला हिंसा के मामले में एक लाख के ईनामी गुरजोत सिंह को स्पेशल सेल ने पंजाब से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लाल किला हिंसा मामले में लाल पर निशान साहिब का झंडा फहराने के आरोप में गुरजोत सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने लाल किले के पीछे वाले गुम्बद में चढ़कर झंडा फहराया था। उसके बाद से फरार चल रहे गुरजोत को आज सुबह अमृतसर से गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दीप सिद्धू, जुगरात सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह की गिरफ्तारी की सूचना देने वाले को 1 लाख रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की थी।
बीते दिनों लाल किला हिंसा को लेकर पुलिस ने अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया था जिसमें कई सारे चौंकाने वाले खुलासे सामने आए थे। आरोपपत्र में पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा को पूर्व नियोजित बताया था। पुलिस ने कहा था कि जांच में पाया गया कि इस हिंसा की पहले से ही तैयारी थी। इसे अचानक हुई हिंसा कहना गलत है, क्योंकि दंगाई हथियारों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे। उनके पास तलवार, हॉकी, डंडे जैसे हथियार थे। उन्होंने वहां जमकर उपद्रव मचाया था। पुलिस के मुताबिक, ट्रैक्टर रैली की आड़ में इस हिंसा को अंजाम दिया गया था।
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को पुलिस ने 26 जनवरी को शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करने की अनुमति दी थी, लेकिन ट्रैक्टर के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर करीब तीन सौ उपद्रवी लाल किले पर पहुंच गए थे। वहां उन्होंने लाल किले के अंदर बलपूर्वक प्रवेश कर जमकर उत्पात मचाया। एक समय तो ऐसा आया कि उपद्रवियों ने लाल किले पर कब्जा कर लिया था।
आरोपपत्र में पुलिस ने कहा कि यह सुनियोजित घटना थी यह इससे भी पता चलता है कि दंगाइयों ने सुरक्षाकर्मियों पर जानलेवा हमला किया। इस बाबत दिल्ली पुलिस ने विभिन्न स्तर पर जांच कर 43 एफआईआर दर्ज की हैं। अब तक करीब 150 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
इस मामले में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और गुरजोत सिंह के अलावा, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वॉन्टेड मनिंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जिसे 26 जनवरी को हिंसा भड़कने पर दोनों हाथों से तलवारें लहराते देखा गया था। 26 जनवरी के दिन मनिंदर सिंह द्वारा लाल किले पर लहराई गई 4.3 फीट आकार की दो तलवारों को भी दिल्ली के स्वरूप नगर स्थित उसके घर से बरामद किया गया था। उसे घटना वाले दिन लाल किले की प्राचीर पर दो तलवारें लहराते हुए एक वीडियो में देखा गया था, जब प्रदर्शनकारी किले की ओर दौड़े थे। इस मामले में कई आरोपी अब भी गिरफ्त में नहीं आ पाए हैं।