उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की उनके हौज खास स्थित निवास मौत हो गई। रोहित तिवारी को मैक्स साकेत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दक्षिण दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार ने यह जानकारी दी कि उन्हें मृत हालत में ही हॉस्पिटल लाया गया था। मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पिछले साल ही रोहित की शादी मध्यप्रदेश की अपूर्वा शुक्ला से हुई थी। रोहित ने जनवरी 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी।
ऐसे मिला था रोहित को बेटे का अधिकार
साल 2008 में रोहित शेखर ने कोर्ट में एनडी तिवारी को अपना 'बायोलॉजिकल फादर' (जैविक पिता) घोषित करने का मुकदमा किया। पहले एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना बेटा मानने से इनकार कर दिया था। एनडी तिवारी ने दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले को खारिज करने की गुहार भी लगाई थी। हालांकि, कोर्ट ने 2010 में तिवारी की इस गुहार को खारिज कर दिया था।
कराया गया डीएनए टेस्ट
23 दिसंबर 2010 को हाईकोर्ट ने सच्चाई जानने के लिए दोनों को डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया था। हालांकि, एनडी तिवारी इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी गए थे लेकिन वहां से भी उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा था। जुलाई 2012 में कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का रिजल्ट देखने के बाद फैसला रोहित शेखर के पक्ष में दिया।
एनडी तिवारी ने माना बेटा
कोर्ट ने माना कि नारायण दत्त तिवारी रोहित के 'बायोलॉजिकल फादर' हैं और उज्जवला शर्मा 'बॉयलॉजिकल मदर।' काफी लंबे समय तक इनकार के बाद आखिरकार 3 मार्च 2014 को तिवारी ने यह बात मान ही ली की वे रोहित के पिता हैं।
रोहित की मां से एनडी तिवारी ने की शादी
इसके बाद मई 2014 में भी तिवारी मीडिया की सुर्खियों में रहे। दरअसल, 22 मई 2014 को यूपी की राजधानी लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से विधिवत विवाह कर लिया था। इस विवाह के समय उनकी उम्र 89 साल थी। अपने इस हक के लिए उज्ज्वला शर्मा और उनके बेटे रोहित शेखर को एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी थी। एनडी तिवारी का लंबी बीमारी के बाद पिछले साल 18 अक्टूबर को निधन हो गया था।