शैक्षणिक सुधार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता के मद्देनजर दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय (एसएयू) और दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) ने एक (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं । भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की परिवर्तनकारी भावना में निहित यह एक रणनीतिक गठबंधन है। समझौते के तहत अंतःविषय अनुसंधान, डिजिटल नवाचार, क्षमता निर्माण और सतत विकास को बढ़ावा देने पर सहमति बनी है
यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष प्रो के के अग्रवाल ने कहा, "यह समझौता ज्ञापन हमारी शैक्षणिक यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ता है। हम सिर्फ़ एक समझौते पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं, बल्कि प्रभावशाली सहयोग के लिए आधार तैयार कर रहे हैं जो वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान कर सकता है। यह कदम शोध-आधारित, सामाजिक रूप से प्रासंगिक शिक्षा के निर्माण की दिशा में एक पहल है जो NEP 2020 के मूल आदर्शों को बढावा देकर युवाओं के भविष्य निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रतीक शर्मा ने कहा कि समझौता ज्ञापन संयुक्त पहलों के एक समूह के लिए द्वार खोलता है। इससे सह-डिज़ाइन किए गए अनुसंधान प्रोजेक्ट, छात्रों और संकाय के लिए विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त प्रकाशन, थिंक टैंक, कार्याशालाएं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढावा मिलेगा। यह समझौता SAU से डॉ. रेशमा रस्तोगी और DTU से प्रो. (डॉ.) राहुल कटार्या के विचारशील समन्वय के माध्यम से संभव हुआ।