कोरोना की दूसरी लहर कम होने के बाद देश के ज्यादातर राज्यों में पाबंदियों के साथ स्कूलों और कॉलेजों को खोला जा रहा है। हालांकि संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कुछ सावधानियां भी बरती जा रही हैं। इन सबके बीच दिल्ली में 10वीं और 12वीं के स्कूल सोमवार से आंशिक तौर पर खुल जाएंगे। छात्र एडमिशन, बोर्ड परीक्षा से संबंधित काउंसलिंग/गाइडेंस और प्रैक्टिकल एक्टिविटी के लिए अपने स्कूल जा सकेंगे। दिल्ली डिजास्टर मैनेटमेंट अथॉरिटी (डीडीएमए) ने इस बात की जानकारी दी। कल से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सभी साप्ताहिक बाजार भी खुलेंगे।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कम होने के बीच देश में स्कूलों को दोबारा से खोलने की प्रक्रिया जारी है। इस बीच दिल्ली में स्कूलों को दोबारा से खोले जाने के मुद्दे पर शुक्रवार को राज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में डीडीएमए की एक अहम बैठक हुई थी। डीडीएमए की इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया, नीति आयोग के सदस्य विनोद कुमार पॉल, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ सुजीत सिंह, आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कृष्ण वत्स भी मौजूद थे।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि लंबे समय से स्कूल बंद रखने से पढ़ाई का बहुत नुकसान हुआ है और अधिकतर अभिभावक दोबारा स्कूल खोले जाने के पक्ष में हैं।दिल्ली सरकार की अभिभावक-शिक्षक बैठक में मौजूद रहने वाले आठ लाख अभिभावकों में से 90 फीसदी ने दोबारा स्कूल खोले जाने का समर्थन किया।