खुद को देवी बताने वाली और दहेज प्रताड़ना के आरोप में कानूनी शिकंजे में फंस चुकी राधे मां का थाने में स्वागत करना एसएचओ को काफी महंगा पड़ गया। विवेक विहार थाने के एसएचओ संजय शर्मा को इसके लिए लाइन हाजिर कर दिया गया। दिल्ली पुलिस ने एडीशनल डिप्टी कमिश्नर की अगुआई में मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली के विवेक विहार थाने में गुरुवार को धर्मगुरु राधे मां पहुंची। थाने के अंदर पहुंचने के साथ ही राधे मां की जय जयकार होने लगी। इस दौरान राधे मां एसएचओ की कुर्सी पर बैठी नजर आई और उन्हीं के बगल में खड़े एसएसओ साहब हाथ जोड़े खड़े दिखाई दे रहे हैं।
जैसे ही थाने की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो पुलिस की काफी आलोचना होने लगी। इसके बाद फोटो में हाथ जोड़े राधे मां से आशीर्वाद लेने की मुद्रा में नजर आ रहे एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया।
SHO Vivek Vihar Sanjay Sharma sent to district lines: Joint CP Eastern Range
— ANI (@ANI) October 5, 2017
Self styled god woman Radhe Ma welcomed at Vivek Vihar police station in Delhi, sat on chair of SHO pic.twitter.com/0hbkTLpr5K
— ANI (@ANI) October 5, 2017
विवेक विहार थाने का है मामला
बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें नवरात्रों के दौरान अष्टमी की हैं। हाथ में त्रिशूल लेकर अपने भक्तों के बीच अजब-गजब मुद्रा को लेकर चर्चा में रहने वाली राधे मां दिल्ली के विवेक विहार थाने में एसएचओ की कुर्सी पर बैठी नजर आईं। खाकी वर्दी की इज्जत से बेपरवाह एसएचओ संजय शर्मा भक्त की मुद्रा में हाथ जोड़े राधे मां के सामने अभिभूत से खड़े दिखाई दिए। वर्दी के ऊपर मातारानी की चुनरी डाल रखी थी।
हाथ जोड़कर भक्त की मुद्रा में खड़े रहे एसएचओ
विवेक विहार थाने की यह तस्वीर सामने आने के बाद अब इस बात पर विवाद हो रहा है कि राधे मां के आगे कानून भी नतमस्तक दिखा। जिस वक्त राधे मां एसएचओ की कुर्सी पर बैठी हुईं थी, उसी समय थाने के एसएचओ हाथ जोड़कर राधे मां के बगल में खड़े हुए नजर आ रहे हैं। कमरे में कुछ पुलिस वाले भी भक्त की मुद्रा में नजर आ रहे हैं।
राधे मां को फर्जी धर्मगुरु घोषित किया जा चुका है
इसके अलावा हाल ही में फर्जी धर्मगुरुओं की एक लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें राधे मां का भी नाम शामिल किया गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि एक थाने में राधे मां के प्रति इतनी श्रद्धा कहां तक उचित है?