देश में पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और हैदराबाद के भारत बायोटेक के वैक्सीन को आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की इजाजत दी जा चुकी है। दोनों के बीच चल रही वैक्सीन वार अब खत्म हो गई है। उनके कंपनी प्रमुख ने आज साझा बयान जारी किया। दोनों कंपनियों के प्रमुख ने भारत और दुनिया में वैक्सीन के प्रभावी और सुरक्षित वितरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला और भारत बायोटेक का एमडी कृष्णा इल्ला ने बयान जारी करते हुए कहा कि आज दुनिया को फिर से पटरी पर लाने के लिए अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए और लोगों की जान बचाने के लिए वैक्सीन की जरूरत है। यह दोनों कंपनियां यह सुनिश्चित करती हैं कि सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन लोगों तक पहुंचाई जा सके जिसके लिए सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन उच्च गुणवत्ता से करने की तैयारी की जा रही है।
रविवार को एक टीवी चैनल को दिए एक इंटव्यू में अदर पूनावाला ने कहा था कि अब तक सिर्फ फाइजर, मॉडर्ना और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन हीं प्रभावकारिता साबित हुई है। बाकी सभी वैक्सीन सिर्फ पानी की तरह सुरक्षित हैं। भारत बायोटेक के फाउंडर और चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने सीरम इंस्टिट्यूट पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हम इस तरह की प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं करते हैं। साथ हीं उन्होंने लोगों से वैक्सीन के मुद्दे पर राजनीति ना करने का आग्रह किया।