शाहजहांपुर में कानून की पढ़ाई करने वाली एक छात्रा की तरफ से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को यह आदेश दिया है कि वे लॉ स्टूडेंट की तरफ से पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री के ऊपर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एसआईटी का गठन करे।
इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने इहालाबाद हाईकोर्ट से कहा है कि छात्रा की तरफ से शिकायत की जांच की वह मॉनिटर करे। इसके अलावा, कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को आदेश दिया है कि वे अगले आदेश तक लड़की और लड़की के परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए।
क्या है मामला
कुछ दिन पहले एक फेसबुक पोस्ट कर लॉ की पढ़ाई करनेवाली एक छात्रा ने बीजेपी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया। उसके बाद लड़की के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद जो कि बीजेपी के नेता और एक प्रभावशाली संत हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। यूपी के शाहजहांपर में एफआईआर दर्ज हुई। वीडियो जारी करने के बाद आरोप लगानेवाली लड़की लापता हो गई थी जो बाद में राजस्थान में बरामद हुई।