पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सुनंदा पुष्कर मौत मामले में खुद पर लगाए जा रहे आरोपों को बेबुनियाद, निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया है।
थरूर ने एक पत्र जारी कर सफाई दी है जिसमें उन्होंने कहा, 'मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार और अतार्किक हैं। मेरे खिलाफ दुर्भावना और बदले की भावना से अभियान चलाया जा रहा है।'
उन्होंने कहा कि मैं इसके खिलाफ लड़ूंगा ताकि न्यायिक व्यवस्था में सच्चाई सामने आ सके और जो देश में मेरा अधिकार भी है। मैं शुरू से इस मामले में जांच टीम के साथ सहयोग करता रहा हूं।
Shashi Tharoor issues a statement in connection with Sunanda Pushkar death case, says 'I find the charges preposterous and baseless, the product of malicious & vindictive campaign against myself'. pic.twitter.com/Og9tZWqeb5
— ANI (@ANI) June 5, 2018
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान शशि थरूर को सात जुलाई को पेश होने का आदेश दिया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में सुनंदा पुष्कर के पति शशि थरूर को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोपी माना है जिस पर कोर्ट ने संज्ञान लिया है।
पिछले महीने 14 मई को बहुचर्चित सुनंदा पुष्कर मौत मामले में सवा चार साल बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) ने पटियाला हाउस कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी थी। इस चार्जशीट में सुनंदा के पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की भूमिका को संदिग्ध माना था। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में तीन हजार पेज की चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट में आईपीसी की धारा 306 यानी आत्महत्या के लिए उकसाने और 498 ए यानी वैवाहिक जीवन में प्रताड़ित करने की बात कही गई है।