समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से सांसद आजम खान के बेटे और विधायक अब्दुल्ला आजम खान को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया। हालांकि शाम को उन्हें रिहा कर दिया गया। पुलिस जौहर यूनिवर्सिटी में चोरी हुई किताबों की जांच करने पहुंची थी। आरोप है कि अब्दुल्ला ने पुलिस की कार्रवाई में रुकावट पैदा करने की कोशिश की। अब्दुल्ला के खिलाफ मंगलवार को फर्जी आयु प्रमाणपत्र लगाकर पासपोर्ट हासिल करने के आरोप में भी एफआईआर हुई है। अब्दुल्ला को हिरासत में लेने के मामले में सपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने पहुंचा।
जौहर यूनिवर्सिटी में छापेमारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस जौहर यूनिवर्सिटी में किताबों की चोरी के मामले में मंगलवार से छापेमारी कर रही थी। यूनिवर्सिटी के खिलाफ एक स्थानीय मदरसे ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बड़ी संख्या में हस्तलिपियां और सदियों पुरानी किताबें मदरसे से चुराई गई थीं। आरोप है कि ये किताबें जौहर यूनिवर्सिटी में हैं। पुलिस ने मंगलवार को यूनिवर्सिटी की छापेमारी में पाया कि करीब 100 से ज्यादा ऐसी किताबें बरामद कीं जो मदरसे की थीं।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाने का भी आरोप
इसके बाद बुधवार को भी छापेमारी जारी रही। पुलिस की छापेमारी के दौरान अब्दुल्ला आजम खान ने रुकावट पैदा करने की कोशिश की। उसके बाद लोकल डीएसपी ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। फिलहाल यह साफ नहीं है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा या नहीं। गौरतलब है कि रामपुर के थाना सिविल लाइंस में दर्ज एक रिपोर्ट में बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने आरोप लगाया है कि अब्दुल्ला आजम ने असत्य और कूटरचित दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाया है।