प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यह मामला उठाते हुए मुख्यमंत्री ईके पलानीसामी ने एक पत्र में कहा कि राज्य सरकार ऐसी घटनाओं से बेहद चिंतित है। उन्होंने मामले में केंद्र के दखल की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हमारे मछुआरों को गिरफ्तार किए जाने के मामले को उच्चतर राजनयिक स्तर पर उठाया जाना चाहिए ताकि पाक जलडमरूमध्य में हमारे मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
पलानीसामी ने कहा, तमिलनाडु सरकार हमारे मछुआरों और उनकी नौकाओं को लगातार गिरफ्तार किए जाने और पकड़ने जाने से बेहद चिंतित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल 48 मछुआरे और मछली पकड़ने की उनकी 122 नौकाएं श्रीलंका की हिरासत में है। इसमें वो भी शामिल हैं जिन्हें आज पकड़ा गया है। उन्होंने कहा कि नौकाएं और मछली पकड़ने के औजार उनकी जीविका के साधन है जिन्हें अभी श्रीलंका ने जब्त किया हुआ है।
पलानीसामी ने कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता ने पहले भी बार-बार रेखांकित किया है कि श्रीलंका जानबूझकर हमारे मछुआरों की मछली पकड़ने की नौकाओं को पकड़ने की रणनीति अपना रहा है और इस तरह से उनकी एकमात्र जीविका के स्रोत का पूरी तरह से खत्म कर रहा है। उन्होंने कहा, जीविका के बिना ये मछुआरे निराश हैं। हालांकि श्रीलंकाई सरकार इन नौकाओं को छोड़ने पर विचार करने को प्रतिबद्ध है, लेकिन इस संबंध में कोई फैसला नहीं किया गया। भाषा