पिछले दिनों मध्य प्रदेश के धार में कान्स्टेबल भर्ती के दौरान मेडिकल परीक्षण के बाद चयनित उम्मीदवारों के सीने पर स्केच पेन से एससी एसटी लिखने के मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है।
एनएचआरसी आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस में लिखा है कि, ‘मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि धार में चयनित उम्मीदवारों के सीने पर एससी-एसटी लिखा गया था। यह किसी भी सभ्य समाज में बर्दाश्त के बाहर है। यह समानता और गरिमा के भी खिलाफ है। आयोग ने नोटिस पर जवाब देने के लिए चार सप्ताह का वक्त दिया है। इसमें बताना होगा कि संबंधित अधिकारियों और इससे जुड़े अन्य लोगों पर क्या कार्वाही की गई।
मीडिया में इस खबर के आने के बाद मध्य प्रदेश सरकार की खूब किरकिरी हुई थी। मामले को बढ़ता देख राज्य के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने जांच के तुरंत आदेश दिए थे और कहा था कि दोषी किसी भी सूरत में बक्शे नहीं जाएंगे। इस मसले पर राहुल गांधी ने भी तीखी आलोचना की थी।
धार के जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के दौरान कॉन्स्टेबल की भर्ती के दौरान सीने पर जाति से संबंधित संक्षिप्त रूप स्केच पेन से लिख दिया था। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों और सामान्य कैटेगरी के उम्मीदवारों के ऊंचाई और छाती के नाप में छूट मिलती है। इसलिए किसी भी तरह की गफलत से बचने के लिए ऐसा किया गया था।