उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में गांधीनगर पब्लिक स्कूल ने कई छात्र-छात्राओं को मासिक परीक्षा में बैठने से रोक दिया। हालांकि जिला प्रशासन ने कहा है कि स्कूल को निर्देश दिया गया है कि छात्रों को परीक्षा में बैठने से न रोकें।
Students of a school in Moradabad's Gandhinagar who didn't pay fees weren't allowed to sit in monthly exams. We've instructed school authorities not to bar students: District Education Officer, Moradabad pic.twitter.com/bD4JcUOk54
— ANI UP (@ANINewsUP) August 2, 2018
गांधी नगर पब्लिक स्कूल में छात्राओं ने पुलिसकर्मियों को रो-रोकर परीक्षा में नहीं बैठने देने की बात बताई। अभिभावकों ने भी पुलिस कर्मियों व एसीएम प्रथम अनीता यादव से स्कूल प्रबंधन द्वारा उत्पीड़न कने के आरोप लगाए।
एसीएम को रमेश कुमार प्रजापति ने बताया कि बेटी अपूर्वा प्रजापति कक्षा 11 की छात्रा है। उसकी फीस पिछले वर्ष डीएम ने माफ की थी। लेकिन, इस बार अप्रैल शुरू होते ही नोटिस दे दिया। कक्षा तीन के रिषभ यादव के पिता भूपेंद्र सिंह ने बताया कि फीस माफी के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने परीक्षा में नहीं बैठने दिया। इस बार भी फीस माफी का पत्र स्कूल में दिया जा चुका है। इसके बावजूद फीस देने का दबाव बनाया जा रहा है।
अभिभावकों का कहना है कि 15 अगस्त तक फीस जमा करने की सुविधा दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्या से मिलने की अनुमति अभिभावकों को नहीं दी जा है। आखिर किससे मिलकर अभिभावक अपनी बात रखें। एसीएम ने अभिभावकों की बात का संज्ञान लेकर स्कूल प्रशासन से कहा कि फीस जमा नहीं होने पर परीक्षा में बैठने नहीं देना कहां का न्याय है। स्कूलों की व्यवस्था में जिला प्रशासन हस्तक्षेप नहीं करता, लेकिन अभिभावकों की समस्याओं का समाधान करना भी हमारी जिम्मेदारी है।