महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी और सीईएसएफ के महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल को सीबीआई का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल 2 वर्ष को होगा। जायसवाल 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं। सुबोध जायसवाल महाराष्ट्र एटीएस के चीफ रह चुके हैं। वो मुंबई पुलिस कमिश्नर का भी पदभार संभाल चुके है।
आईपीएस जायसवाल ने एक दशक से अधिक समय तक इंटेलिजेंस ब्यूरो, SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) और रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) के साथ भी काम किया है। सुबोध जायसवाल तेलगी घोटाले में अपनी जांच के बाद सुर्खियों में आए थे। उस समय वह स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे। सीबीआई को मामला ट्रांसर्फर होने से पहले उऩ्होंने एल्गार परिषद और भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच का जिम्मा संभाला था। उन्हें 2009 में उनकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली हाई पॉवर समिति में सीबीआई के नए निदेशक के रूप में जायसवाल के नाम पर सहमति बनी। समिति में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमणा और लोग सभा में कांग्रेस के मुखिया अधीर रंजन चौधरी शामिल थे। समिति ने सोमवार को बैठक में नए निदेशक के नाम को लेकर चर्चा की और मंगलवार को सुबोध कुमार जायसवाल की इस पद पर नियुक्ति की घोषणा की। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई।
बता दें कि इस समय 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा सीबीआई निदेशक का प्रभार संभाल रहे हैं। उन्हें यह प्रभार ऋषि कुमार शुक्ला के सेवानिवृत्त होने के बाद सौंपा गया था। वह दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद फरवरी में सेवानिवृत्त हुए थे।