सुनंदा पुष्कर मौत मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने एडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल की कोर्ट में नई याचिका दायर कर कहा है कि पहली टीम ने जांच के दौरान जो अनियमितताएं की है, उसके लिए उन्हें समन भेजा जाए। मामले में अगली सुनवाई 5 जून को होगी।
सुब्रमण्यम स्वामी शुरू से ही कहते रहे हैं कि पहली जांच टीम ने सारे सबूत मिटा दिए अन्यथा ये केस पहले ही सुलझ गया होता और मामला इतना लंबा नहीं चलता।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सोमवार को सुनवाई के दौरान सुनंदा पुष्कर के वकील ने कहा था कि सोशल मीडिया पर दिए बयान को मरने से पहले दिए बयान के तौर पर माना जा सकता है। दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट के आधार पर कोर्ट को दोबारा बताया कि सुनंदा ने मरने से पहले थरूर को एक ईमेल किया था, जिसमें लिखा था कि वह मरना चाहती है। आठ जनवरी 2014 को लिखे एक ईमेल में सुनंदा पुष्कर ने लिखा है कि अब वह जीना नहीं चाहती हैं। पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट में लिखी एक कविता का भी जिक्र किया, जिसे खुद सुनंदा पुष्कर ने अपनी मौत से कुछ दिन पहले ही लिखा थी। मामले की सुनवाई अब पांच जून को होगी।