राजधानी दिल्ली में ठंड की मार झेल रहे लोगों को प्रदूषण से राहत मिलने के आसार बहुत कम लग रहे हैं। प्रदूषण की वजह से दिल्लीवासियों को घुटन भरी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। GRAP-3 लागू होने और अधिकारियों की ओर से उठाए गए विभिन्न कदमों के बावजूद दिल्ली की आबोहवा गंभीर श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्लीभर में रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) कई क्षेत्रों में 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, आनंद विहार में एक्यूआई 425, द्वारका-सेक्टर 8 में 425, आरके पुरम में 426, मुंडका में 431 वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक गंभीर श्रेणी में ही रहने की संभावना है। पिछले दो दिनों के दौरान एक्यूआई में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। रविवार सुबह भी दिल्ली में एक्यूआई गंभीर स्थिति में दर्ज किया गया।
The Air Quality Index (AQI) across Delhi dips into 'Severe' category in several areas as per the Central Pollution Control Board (CPCB).
AQI in Anand Vihar at 425, in Dwarka-Sector 8 at 425, in RK Puram at 426, in Mundka at 431 pic.twitter.com/xr4mJWy6dT
— ANI (@ANI) December 31, 2023
दिल्ली में घने कोहरे की चादर के बावजूद दिन का तापमान कम बना हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वायु प्रदूषण की हानिकारक स्थितियां कम से कम तीन दिन तक और बने रहने की संभावना है। अगर न्यू ईयर की शाम और नए साल के जश्न में दिल्लीवासी आतिशबाजी करते हैं तो हवा की गुणवत्ता और भी खराब होने की संभावना है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के राष्ट्रीय बुलेटिन डेटा के मुताबिक, दिल्ली में 24 घंटे का औसत एक्यूआई शनिवार को दोपहर के आसपास 401 तक पहुंच गया, जो "गंभीर" क्षेत्र में था, जो शाम 4 बजे तक गिरकर 400 ("बहुत खराब" श्रेणी में) हो गया, जिसे दिन की आधिकारिक रीडिंग माना जाता है।
सीपीसीबी के दैनिक बुलेटिन के मुताबिक, शाम 4 बजे शहर का एक्यूआई 382 (बहुत खराब) था, और उससे एक दिन पहले 358 (बहुत खराब) था। आईएमडी के एक अधिकारी के मुताबिक, हवा की गुणवत्ता में गिरावट पिछले दो दिनों में शहर में दिन के समय कम तापमान के कारण हुई है। उन्होंने कहा, ''कम तापमान और हवा की गति कम होने से वातावरण में स्थिरता आ जाती है। दिन के समय भी सूरज की रोशनी न के बराबर आने के कारण हवा की गति कम रही, जिससे प्रदूषक तत्वों को फैलने का मौका नहीं मिला।''
दिल्ली में 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है। इसका एक बड़ा कारण मौसम की स्थिति अनुकूल ना होना और 31 दिसंबर को जलाए जाने वाले पटाखों से वायु की गुणवत्ता खराब हो सकती है।