देश के आम बजट से एक दिन पहले सोमवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में 25 पार्टियों ने हिस्सा लिया। सभी ने अपने सुझाव रखे, सरकार की तरफ से उनको आश्वस्त किया है कि बजट सत्र के पहले आधे हिस्से में राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। कई दलों ने पेगासस का मुद्दा भी उठाया लेकिन इस पर चर्चा कराने से सरकार ने साफ इनकार कर दिया। साफ है कि बजट सत्र में हंगामा होना तय है।
सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ किया कि बजट सत्र के पहले आधे हिस्से में राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बैठक में हमने ये साफ कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित कमेटी मामले की जांच कर रही है और बजट सत्र के पहले चरण में बजट से जुड़े मुद्दे ही उठाए जाएं। सर्वदलीय बैठक में 25 पार्टियों ने हिस्सा लिया था।
संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, "अगर सदन सुचारु रूप से चलाने में सहयोग किया जाता है तो सत्र के दूसरे हिस्से में बाकी सभी मुद्दों पर भी हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सभी नेताओं ने कहा है कि हम चर्चा में शामिल होना चाहते हैं। ये सदन सुचारु रूप से चलेगा, ऐसी मैं उम्मीद करता हूं।"