बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की मुख्य परीक्षा में पूछे गए एक सवाल को लेकर विवाद हो गया है। राज्यपाल की भूमिका से जुड़े सवाल में पूछा गया है कि क्या राज्यपाल केवल कठपुतली भर हैं? इस सवाल को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा हुई। अब बीपीएससी ने यह प्रश्न सेट करने वाले शख्स से इसका जवाब मांगा है। साथ ही शख्स पर कार्रवाई करते हुए भविष्य में उसे प्रश्न-पत्र सेट करने से रोक दिया गया है यानी उसे ब्लैकलिस्ट में डाल दिया गया है। आयोग ने इस प्रश्न के लिए खेद भी व्यक्त किया है। बता दें कि रविवार को हुई बीपीएससी की 64वीं मुख्य परीक्षा में यह सवाल पूछा गया था।
क्या है पूरा सवाल
जानकारी के मुताबिक, यह सवाल मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन पेपर नंबर दो में पूछा गया। पूरा सवाल कुछ इस प्रकार है: भारत में राज्य की राजनीति में राज्यपाल की भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए, विशेष रूप से बिहार के संदर्भ में। क्या वह केवल एक कठपुतली है?
आमतौर पर प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा में ऐसे विषयों पर आलोचनात्मक टिप्पणी पूछी जाती है। इस मामले में राज्यपाल के लिए 'कठपुतली' जैसे शब्द के इस्तेमाल को लेकर ही विवाद शुरू हुआ है।
राजभवन तजब किए गए आयोग के चेयरमैन
इस विवादित सवाल पर राजभवन ने आयोग के चेयरमैन शिशिर सिन्हा को तलब किया। वह अपना पक्ष रखने पहुंचे। बीपीएससी की परीक्षा के इस विवादास्पद सवाल को लेकर बिहार विधान परिषद में भी सवाल किया गया। सदन में सदस्यों ने बीपीएससी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
परीक्षा में कुछ ऐसे थे प्रश्न
अधिकांश प्रश्न करेंट अफेयर्स, भारतीय राज्य-व्यवस्था, भारतीय अर्थव्यवस्था, पर्यावरण एवं भूगोल तथा विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी के प्रश्न ज्यादा रहे। भारतीय राज्य-व्यवस्था के प्रश्न अवधारणात्मक थे, परंतु कठिन नही थे। अर्थव्यवस्था, भूगोल तथा विज्ञान एवं प्रोधौगिकी के प्रश्न को वर्तमान के साथ जोड़कर पूछा गया था। एक प्रश्न पूछा गया- 'बहुत अधिक राजनीतिक दल भारतीय राजनीति के लिए अभिशाप हैं। इस तथ्य को बिहार के परिप्रेक्ष्य में स्पष्ट कीजिए?' एक और प्रश्न इस प्रकार था- 'वर्तमान सरकार विभिन्न राज्यों में स्मार्ट शहर विकसित करने के लिए प्रयासरत है। स्मार्ट शहरों के बारें में आपकी क्या परिकल्पनाएं हैं? आदर्श स्मार्ट शहर के विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका की व्याख्या कीजिए।'