न्यायालय ने आसाराम की जमानत याचिका खारिज करते हुए उनकी मेडिकल रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। बलात्कार और यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद आसाराम ने गुजरात और राजस्थान में चल रहे मामलों में जमानत की मांग की थी।
गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया था कि आसाराम के पैरोकार ने जमानत मामले मे जेल सुपरिंटेंडेट का फर्जी पत्र लगाया है जिसके अनुसार आसाराम की हालत इतनी खराब है कि वह बिस्तर से भी नहीं उतर सकते।
हालांकि दोनों मामलों के कुछ गवाहों ने भी खुद पर खतरा मंडराते हुए देख सर्वोच्च न्यायालय से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 में गिरफ्तार किया था और तभी से वह जेल में है। एक किशोरी ने आसाराम पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव में बने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया था।