सोमवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए गहरे स्मॉग से भरी रही। पूरी दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चपेट में है और लोगों को सुबह-सुबह सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिल्ली में कई जगहों पर हवा की क्वॉलिटी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। हालांकि तापमान गिरने के चलते लोगों का हल्की ठंड का अहसास भी होने लगा है।
सोमवार सुबह दिल्ली के मंदिर मार्ग इलाके का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 707 दर्ज किया गया, मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में हवा की गुणवत्ता 676 रही और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम की 681। एयर क्वॉलिटी के ये स्तर 'खतरनाक' की कैटिगरी में आते हैं।
दिवाली से दो दिन पहले स्मॉग में लिपटी दिल्ली
बुधवार को दिवाली का दिन है और उससे महज दो दिन पहले स्मॉग में लिपटी सुबह को लेकर लोग चिंतित हैं। पहले ही यह अनुमान जताया जा चुका है कि दिवाली के दिन सबसे खराब हालत होगी, हवा की गुणवत्ता तब तक और खराब हो जाएगी।
दिल्लीवालों के लिए राहत भरा रहा था रविवार
पिछले कुछ सालों में रविवार को नवंबर में पहली बार दिल्लीवालों को साफ हवा में सांस लेने का मौका मिला। गुरुग्राम को छोड़ दिया जाए तो एनसीआर में भी लोगों ने साफ हवा में सांस ली। 2015 से इतना कम एयर इंडेक्स कभी दर्ज नहीं किया गया। रविवार को सुबह 8 बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 240 था।
9 बजे तक यह 231 हुआ और इसके बाद 12 बजे यह 199 के स्तर पर पहुंच गया जबकि 4 बजे औसतन एयर बुलेटिन में इसका स्तर 171 रहा। सबसे साफ हवा गाजियाबाद वालों को मिली, जहां एयर इंडेक्स महज 142 रहा। इसके अलावा फरीदाबाद में 191, ग्रेटर नोएडा में 173, गुरुग्राम में 206, नोएडा में 154 और भिवाड़ी में 184 दर्ज किया गया।
वायु गुणवत्ता में सुधार का कारण सतह पर वायु की गति
केन्द्र द्वारा संचालित ‘सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फारकास्टिंग एंड रिसर्च’ के एक अधिकारी ने कहा कि वायु गुणवत्ता में सुधार का कारण सतह पर वायु की गति पांच किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ना है। यह प्रदूषण करने वाले तत्वों को बहा ले गया। इसके अलावा अधिकारियों द्वारा उठाए गए नियंत्रण उपायों ने भी इसमें योगदान दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर जारी की गाइडलाइन्स
गौरतलब है कि हवा की गुणवत्ता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर कुछ गाइडलाइन्स भी जारी की हैं। सुप्रीम कोर्ट ने गाइडलाइन जारी की है कि इस साल दिवाली के मौके पर सिर्फ ग्रीन क्रैकर्स ही जलाए जाएं, वह भी रात के 8:00 बजे से 10:00 बजे तक। दिल्ली में किसी भी तरह के कंस्ट्रक्शन पर फिलहाल पूरी तरह से रोक लगा दी गई है ताकि एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल किया जा सके।