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विश्वविद्यालयों की ज़िम्मेदारी सामुदायिक विकास की भी- डॉक्टर महेश वर्मा

विश्वविद्यालयों की भूमिका सिर्फ़ शिक्षा प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, सामुदायिक विकास की अहम्...
विश्वविद्यालयों की ज़िम्मेदारी सामुदायिक विकास की भी- डॉक्टर महेश वर्मा

विश्वविद्यालयों की भूमिका सिर्फ़ शिक्षा प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, सामुदायिक विकास की अहम् ज़िम्मेदारी भी इसके ऊपर है। दुनिया के ज़्यादातर विकसित देशों में यूनिवर्सिटी शिक्षा प्रदान करने के साथ- साथ अपने सामाजिक सरोकारों को बखूबी निभा रहे हैं। उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए एवं शिक्षा एवं सामुदायिक कल्याण को ध्यान में रखकर आईपी यूनिवर्सिटी ‘ आईपीयू हेल्थ मेला’  आयोजित करने जा रही है।

आईपी यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने इस मेले के आयोजन को लेकर एक प्रेस वार्ता में बताया कि इस तरह के विशाल स्वास्थ्य मेले का आयोजन करने वाली शायद यह देश की पहली यूनिवर्सिटी है। उन्होंने कहा कि यह पहल देश के अन्य विश्वविद्यालयों को भी सामुदायिक स्वास्थ्य के छेत्र काम करने के लिए प्रोत्साहित करेगा, ख़ास कर उन लोगों के लिए जो बुनियादी स्वास्थ्य जागरूकता एवं सुविधाओं से महरूम हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद से लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर ज़्यादा सतर्क हो गए है। यह सजगता स्वस्थ रहने के लिए क़ायम रहनी चाहिए।

गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में 10 अक्टूबर तक चलने वाले इस पांच दिवसीय मेले में ‘एक कदम अच्छे स्वास्थ्य की ओर’ विषय पर आयोजित प्रत्येक दिन स्वास्थ्य जागरूकता से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। जनता को विभिन्न प्रकार के चिकित्सीय परीक्षण एवं स्वास्थ्य सलाह उपलब्ध कराने के लिए कई प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थाएँ इस मेले में भाग ले रही हैं।

आम जनता को नेत्र, दांत,  स्पीच, हीयरिंग, कैंसर, ईएनटी, बीएमडी, बीएमआई, ब्लड प्रेशर, बोन डेनसिटी, मधुमेह, ईसीजी जैसी कई जाँचों का लाभ इस स्वास्थ्य मेले द्वारा मुफ़्त में उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही उन्हें होम्योपैथी और आयुर्वेद की फ्री ओपीडी  और योग, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण एवं जीवन शैली प्रबंधन का मुफ़्त परामर्श भी दिया जाएगा। साथ ही बीएलएस, सीपीआर, फ़र्स्ट एड जैसे जीवन रक्षक कौशल का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और प्रशिक्षण पूरा करने वालों को प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।

मेले के स्वास्थ्य जन-जागरूकता पेवेलियन में जीवनशैली, मानसिक स्वास्थ्य, बुढ़ापे में देख-भाल, अंग एवं रक्तदान, कैंसर की रोकथाम, संक्रामक रोग, दांतों की देख- भाल, पोषण एवं स्वास्थ्य परामर्श, पर्यावरणीय रोग एवं उनकी रोकथाम जैसे विषयों पर चर्चा एवं परिचर्चा आयोजित की जाएँगी। मिलेट के भी कई स्टॉल होंगे जहाँ मिलेट के उपयोग से होने वाले लाभ की जानकारी भी दी जाएगी। मेले में आए लोगों के मनोरंजन के लिए हर दिन समूह गायन, शास्त्रीय एवं पश्चिमी संगीत और गायन, लोक नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, स्ट्रीट डांस, कोरियोग्राफी, वन एक्ट प्ले, स्ट्रीट प्ले, मोनो एक्टिंग, क्विज़, डिबेट  जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।

मेले में प्रवेश, चिकित्सीय परीक्षण एवं स्वास्थ्य सलाह बिलकुल मुफ़्त है। मेले के आयोजन का मक़सद स्वास्थ्य सेवाओं को जन - जन तक पहुँचाना और स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना है। यह विश्वविद्यालय का एक अनूठा प्रयास है जिसके माध्यम से आम जनता को स्वास्थ्य लाभ पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसका लाभ सभी को लेना चाहिए।

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