दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू भवन में शनिवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15वें प्रवासी भारतीय दिवस-2019 की वेबसाइट लॉन्च की। विदेश मंत्रालय हर साल किसी प्रदेश के साथ इस दिवस को मनाता है। इस बार उत्तर प्रदेश के भागीदार प्रदेश होने संबंधी समझौता ज्ञापन पर विदेश मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह, यूपी की मंत्री स्वाती सिंह, यूपी के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय मौजूद रहे।
महात्मा गांधी थे प्रमुख प्रवासी भारतीय: सुषमा स्वराज
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रवासी भारतीय दिवस की पृष्ठभूमि बताई। उन्होंने कहा, ‘2003 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने प्रवासी भारतीयों के लिए एक दिन रखने का विचार रखा। महात्मा गांधी हमारे प्रमुख प्रवासी भारतीय थे। उनके दक्षिण अफ्रीका से लौटने के दिन यानी 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया।'
तिथियों में किए गए बदलाव
उन्होंने बताया कि इस बार कार्यक्रम की तिथियों में कुछ बदलाव किए गए हैं। चूंकि अगले साल 15 जनवरी से उत्तर प्रदेश में कुंभ मेला है इसलिए समारोह की तारीख 7-9 जनवरी के बजाय 21-23 जनवरी की गई है।
वाराणसी करेगा प्रवासियों का स्वागत, कुंभ में भी होंगे शामिल
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया, 'सबसे प्राचीन सांस्कृतिक नगरी काशी (वाराणसी) प्रवासियों का स्वागत करेगी। साथ ही प्रवासियों ने 15 जनवरी से प्रयागराज में तीन नदियों- गंगा, यमुना, सरस्वती के पवित्र संगम पर कुंभ मेला देखने, स्नान करने और 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड देखने की इच्छा व्यक्त की। इसलिए कार्यक्रम की तारीख बदलने का निर्णय लिया गया। रेल मंत्रालय के सहयोग से एक स्पेशल ट्रेन से उन्हें दिल्ली लाया जाएगा।'
ये होंगे मुख्य अतिथि
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि 15वें प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगनाथ होंगे जबकि युवा प्रवासी दिवस समारोह के मुख्य अतिथि नॉर्वे में युवा सांसद हिमांशु गुलाटी होंगे। उन्होंने बताया कि लॉन्च की गई वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं, जो नवंबर तक चलेंगे।