भारत-चीन के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में हुए हिंसक टकराव पर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने हिंसक झड़प में शहीद हुए सैनिकों के परिवारों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जेची के साथ बैठक के कुछ घंटों बाद ट्वीट करके कहा कि चीन के साथ संघर्ष में अपनी जान गंवाने वाले भारतीय सैनिकों के प्रति हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि हम उन सैनिकों के परिवारों और शहीदों को हमेशा याद रखेंगे।
पोंपियो और चीन के राजनयिक के बीच वार्ता
अमेरिकी विदेश विभाग ने यह नहीं बताया कि हवाई में पोंपियो और यांग के बीच हुई वार्ता पर भारत-चीन के बीच की हाल की झड़प पर कोई चर्चा हुई है। एक दिन पहले व्हाइट हाउस ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प से अवगत हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैलीग मैकएनैनी ने कहा कि हम भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हो रही गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
व्हाइट हाउस ने भी दी थी प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस ने कहा था कि हमने भारतीय सेना का बयान देखा है कि उसके 20 सैनिक चीन के साथ टकराव में शहीद हो गए। लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों उभरती शक्तियों के बीच मध्यस्थता करने की कोई औपचारिक योजना नहीं है। प्रेस सचिव ने याद दिलाया कि ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दो जून को हुई वार्ता में भारत-चीन सीमा के हालात पर चर्चा हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मध्यस्थता करने की भी मंशा जताई थी लेकिन भारत और चीन दोनों ने ही उनके इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। व्हाइट हाउस ने भारतीय जवानों की जान जाने पर गहरी संवेदना व्यक्त की थी।