पश्चिम बंगाल में कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई वंदे भारत ट्रेन पर पथराव को लेकर सियासत गरमा गई है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस पथराव का ठीकरा बिहार के लोगों को फोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि चूंकि बिहार के लोगों को वंदे भारत ट्रेन नहीं मिली है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया है। उन्होंने तो यहां तक दावा किया है कि पथराव बंगाल की सीमा में हुआ ही नहीं है। उन्होंने कहा कि गलत न्यूज फैलाने वाले के खिलाफ वह कार्रवाई करेंगी।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी मां के अंतिम संस्कार करने के कुछ घंटे बाद ही पूर्वी भारत के इस पहले वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
भारतीय जनता पार्टी भी ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर हमलावर है और पूरे घटना की एनआईए से जांच कराने की मांग कर रही है। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस लगातार इसे साजिश बता रही है। इन सबके बीच ममता बनर्जी ने पूरे मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वंदे भारत ट्रेन पर पथराव बंगाल में नहीं बल्कि बिहार में किया गया है।
ममता ने कहा कि वह उन मीडिया घरानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगी, जिन्होंने घटना के पश्चिम बंगाल में होने की ‘‘झूठी खबर'' फैलाई। बनर्जी ने सागर आइलैंड में पत्रकारों से कहा, ‘‘वंदे भारत पर पथराव पश्चिम बंगाल में नहीं बिहार में किया गया। हम उन मीडिया घरानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे जिन्होंने घटना के पश्चिम बंगाल में होने की झूठी खबरें फैलाईं और हमारे राज्य को बदनाम किया।''
इससे पहले ममता बनर्जी से बुधवार को भी इससे जुड़ा सवाल पूछा गया था। लेकिन उन्होंने कहा था कि मैं गंगासागर मेले में जा रही हूं। अच्छे मूड में हूं। उस पर सवाल मत पूछिए। लेकिन आज ममता बनर्जी ने पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि बंगाल में नहीं, बिहार में वंदे भारत पर पथराव किया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य को बदनाम करने के लिए गलत खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने वंदे भारत ट्रेन को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। ममता ने कहा कि वंदे भारत कुछ और नहीं बल्कि एक पुरानी ट्रेन है जिसे नए इंजन के साथ नया रूप दिया गया है।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि मालदा शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर कुमारगंज रेलवे स्टेशन के पास सोमवार शाम हुई इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है। कुमारगंज क्षेत्र पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एफएफआर) के कटिहार डिवीज़न के अधिकार क्षेत्र में आता है। अधिकारी ने बताया कि घटना सोमवार को शाम करीब पांच बजकर 10 मिनट पर हुई और ट्रेन को बीच रास्ते में नहीं रोका गया। यह मालदा टाउन रेलवे स्टेशन पर अपने तय कार्यक्रम के तहत ही रुकी। ट्रेन के सी-3 और सी-6 पर पत्थरबाजी के निशान मिले थे। पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि 2019 में सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में शामिल लोग ट्रेन पर हुए पथराव में संलिप्त थे।