बीते दिनों जोधपुर संभाग में 'राजस्थान गौरव यात्रा' के दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यात्रा को काले झंड़े दिखाए गए थे। उसी दौरान कथित तौर पर उनकी यात्रा पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पत्थर भी बरसाए थे। इस घटना के बाद सीएम राजे की सरकार इतनी घबराई हुई है कि जयपुर में होने वाली सभा में सरकारी कारिंदों को काले रंग की कोई भी वस्तु लाने पर बैन लगा दिया है।
ताजा मामला 5 सितंबर को 'शिक्षक दिवस' पर होने वाले सम्मान समारोह का है। साल 2013, यानि वसुुंधरा राजे की वर्तमान सरकार के गठन के बाद नियुक्त हुए सभी 50 हजार से ज्यादा शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में 33 जिलों से 33 शिक्षकों को 'श्रीगुरुजी सम्मान' से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही 31 शिक्षकों को राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले आज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से अमरूदों के बाग में ही 35 हजार लाभर्थियों के सम्मेलन में भी सीएम राजे शिरकत कर रही हैं। इस समारोह में 114 करोड़ रुपए के ऋण माफ किए गए लाभार्थियों को लोन माफी पत्र बांटे जाएंगे।
काली सभी चीजों पर प्रतिबंध
शिक्षक दिवस समारोह के लिए शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर समारोह में आने वाले सभी शिक्षकों को सख्त हिदायत के साथ काले कपड़े, जूते, बेल्ट, मौजे, बैग सहित कोई भी चीज नहीं लेकर आने पर सख्त रुप से प्रतिबंध लगाया है। इस आदेश के बाद शिक्षक चुटकियां ले रहे हैं। सोशल मीडिया पर शिक्षक लिख रहे हैं कि जिनके काले रंग के बाल हैं, वह अपने बाल भी सफेद करके आएंगे।
पीएम-शाह की सभा में भी काले रंग पर लगाया था बैन
इससे पहले 7 जुलाई 2018 को अमरूदों के बाग में आयोजित लाथार्थी सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा और 4 अगस्त को राजसमंद जिले में अमित शाह की सभा के दौरान लोगों के काले कपड़े उतरवा लिए गए थे। इससे पहले इसी साल के शुरुआत में सीकर में आयोजित एक सभा में पीएम मोदी के सामने ही युवाओं ने वसुंधरा राजे को काले कपड़े दिखाते हुए 'मोदी तुझसे बैर नहीं, वसुंधरा राजे खैर नहीं' के नारे लगाए थे।
6 दिन बंद रहेंगे 15 हजार विद्यालय
शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को जयपुर आने का आदेश जारी किया है। विभाग ने बाड़मेर व जैसलमेर जैसे दूर दराज के जिलों से आने वाले शिक्षकों को एक सितंबर को ही रिलीव कर दिया है। यहां पर करीब 15 हजार विद्यालय एकल शिक्षक वाले हैं। ऐसे में इन विद्यालयों की अघोषित रुप से 6 दिन छुट्टी रहेगी। शिक्षक दिवस पर अघोषित रुप से सभी विद्यालयों के अवकाश रहेंगे। जो शिक्षक सभा में नहीं आएगा, उसका वेतन काट लिया जाएगा।