गोवा के शिरगांव में श्री लैराई देवी मंदिर में शुक्रवार देर रात आयोजित वार्षिक लैराई जात्रा के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। श्री लैराई देवी मंदिर में साल भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस दुखद घटना के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को जांच के आदेश दिए और जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने का वादा किया।
यह हादसा सुबह 4-5 बजे के बीच हुआ, जब हजारों श्रद्धालु मंदिर में धोंडाची जात्रा, एक पारंपरिक अग्नि-चलन अनुष्ठान के लिए एकत्रित थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मंदिर के पास ढलान और फिसलन भरी जगह पर कुछ श्रद्धालुओं के गिरने से भगदड़ मच गई। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि संभवतः बिजली के झटके ने भीड़ में दहशत फैलाई, हालांकि इसका आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री सावंत ने घटनास्थल और गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) का दौरा किया, जहां घायलों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा, "यह गोवा में पहली ऐसी घटना है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन देता हूं।" उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात कर केंद्र से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बताया कि आठ घायल गंभीर हालत में हैं, जिनमें से दो को जीएमसी में विशेष देखभाल दी जा रही है। आपातकालीन सेवाओं को तत्काल सक्रिय किया गया, और अतिरिक्त डॉक्टरों के साथ समर्पित आईसीयू की व्यवस्था की गई।
लैराई जात्रा, जिसमें 50,000 से अधिक श्रद्धालु गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से भाग लेते हैं, हर साल मई में आयोजित होती है। इस बार भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 1,000 पुलिसकर्मी और ड्रोन तैनात थे, लेकिन व्यवस्था अपर्याप्त साबित हुई। इस घटना के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने घटना पर शोक व्यक्त किया। राज्य सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।