भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार टीम में काम कर चुके एक वरिष्ठ प्रवक्ता को अपनी रणनीतिक संचार टीम में शामिल किया है, जबकि पाकिस्तान ने ट्रंप प्रशासन के एक पूर्व सख्त अधिकारी को अपनी लॉबिंग गतिविधियों के लिए नियुक्त किया है।
यह घटनाक्रम आगामी अमेरिकी चुनावों के मद्देनज़र भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए अमेरिका में अपने-अपने हितों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
भारत द्वारा नियुक्त यह प्रवक्ता ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। उनकी नियुक्ति से संकेत मिलता है कि भारत अमेरिका में अपनी छवि को मजबूत करने और रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए ट्रंप समर्थक नेटवर्क का लाभ उठाना चाहता है।
वहीं, पाकिस्तान ने ट्रंप प्रशासन के एक पूर्व अधिकारी को नियुक्त किया है, जो अपनी सख्त नीतियों और प्रभावशाली लॉबिंग क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान भी अमेरिका में अपने प्रभाव को बढ़ाने और नीतिगत समर्थन हासिल करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है।
दोनों देशों की ये नियुक्तियाँ दर्शाती हैं कि वे अमेरिका में अपने-अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए पूर्व ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों और उनके नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं। यह कदम अमेरिका में आगामी चुनावों के संदर्भ में दक्षिण एशिया की रणनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है।