कोरोना वायरस के नए खतरनाक वैरियंट डेल्टा प्लस ने अब उत्तर प्रदेश में भी दस्तक दे दी है। राज्य में कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित दो नए मामल3 सामने आए हैं और इसमें से एक की मौत भी हो चुकी है। जबकि दूसरा मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो चुका है। फिलहाल इन दोनों के संपर्क में आए लोगों सहित लगभग 100 से अधिक लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग में नया वैरिएंट नहीं मिला है।
उत्तर प्रदेश में अब तक जिन दो मरीजों में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है, उनमें से एक देवरिया निवासी 66 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल थे। इनकी बीती 29 मई को मौत भी हो चुकी है। अब जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने पर डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है। फिलहाल इनके घर के सभी 6 सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज की 23 वर्षीय रेजीडेंट डाक्टर भी बीती 26 मई को कोरोना से संक्रमित हुई थी और इनका सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। सैंपल भेजने के साथ ही यह महिला रेजीडेंट डाक्टर होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रही थी और अब स्वस्थ भी हो चुकी हैं। इनके भी संपर्क में आए किसी भी व्यक्ति में डेल्टा प्लस नहीं पाया गया है।
बता दें कि कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट अधिक खतरनाक है, यह फेफड़े से काफी मजबूती के साथ चिपक जाता है। यह रोगी की इम्युनिटी को भी कमजोर कर उसे चकमा दे देता है। इससे संक्रमित व्यक्ति को गंभीर रूप से खांसी, जुकाम व सर्दी, गले में खराश व नाक बहने आदि के लक्षण देखने को मिलते हैं।
बुधवार को इंस्टीट्यूट आफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी (आइजीआइबी), नई दिल्ली से जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। विशेषतौर पर नेपाल की सीमा से सटे जिलों में विशेष सर्तकता बरती जा रही है। नए वेरिएंट के अधिक खतरनाक होने के कारण हवाई अड्डा, बस व रेलवे स्टेशन पर ज्यादा सख्ती के निर्देश दिए गए हैं।