असम समेत पूर्वोत्तर भारत के राज्यों तथा बंगलादेश और भूटान में बुधवार को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 मापी गयी। भूकंप के कारण भारी पैमाने पर संपत्ति के नुकसान की खबर है। कई इमारतों और कई क्षेत्रों में दीवारों और फर्श में दरारें पड़ गयी हैं। अभीतक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप का केंद्र गुवाहाटी से 140 किलोमीटर दूर धेकियाजुली के पास धरती की सतह से 34 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि असम में तेज़ भूकंप आया। मैं सभी से सतर्क रहने का आग्रह करता हूं। मैं सभी ज़िलों से अपडेट ले रहा हूं।
गुवाहाटी शहर के एक निवासी ने कहा,“यह असम में अब तक का सबसे तगड़ा भूकंप था। दो जोरदार झटके महसूस किए गए, भगवान का शुक्र है कि हम सभी सुरक्षित हैं।”
गुवाहाटी में बहु-मंजिला अपार्टमेंटों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। कई इमारतों की छतें और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा,“हमें भूकंप के कारण किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन हम व्यापक क्षति के चित्र और दृश्य देख रहे हैं।”
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल से बात की तथा उनसे स्थिति को लेकर समीक्षा की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं राज्य प्रशासन ने भूकंप के कारण हुई क्षति के आकलन के लिए एक नियंत्रण केंद्र की स्थापना की है।
क्षेत्रीय भूकंपीय केंद्र के मुताबिक आज सुबह 7.51 बजे महसूस किए गए। भूकंप के झटके असम, मेघायल तथा इसके सटे पूर्वोत्तर क्षेत्रों के अलावा भूटान तथा बंगलादेश में भी महसूस किए गए।
उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर राज्यों में भारत के सात राज्य “असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर” शामिल हैं और इन्हें दुनिया का छठा प्रमुख भूकंप-संभावित क्षेत्र माना जाता है।