Advertisement

मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ के बाद उद्धव बोले- चिंता न करें, हम रखेंगे ध्यान

मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर लॉकडाउन को तोड़कर अपने मूल राज्यों में लौटने को लेकर विभिन्न राज्यों के...
मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ के बाद उद्धव बोले- चिंता न करें, हम रखेंगे ध्यान

मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर लॉकडाउन को तोड़कर अपने मूल राज्यों में लौटने को लेकर विभिन्न राज्यों के प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए। जिसके बाद पुलिस और स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप के बाद भीड़ को तितर-बितर भी किया गया। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कर बांद्रा में इकठ्ठा हुई भीड़ को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने राज्य के सीएम से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस घटना के सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें आपको लॉक करके रखने में खुशी नहीं हो रही। आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है हम आपका ध्यान रखेंगे। वहीं, इस घटना के बाद भाजपा नेता देवेंद्र फडनवीस ने ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार मजदूरों की व्यवस्था करने में विफल रही। इसीलिए हमें आज ऐसी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा। मजदूरों की मांग है कि या तो हमे भोजन उपलब्ध कराया जाए नहीं तो घर जाने की व्यवस्था की जाए। 

दरअसल, देशभर में कोरोना के फैल रहे आंकड़ों को देखते हुए फिर से तीन मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। पहले भी इस तरह की तस्वीरें दिल्ली सहित कई शहरों से आई थी। लॉकडाउन की वजह से हजारों की संख्या में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर अलग-अलग महानगरों में फंसे हुए हैं। लोगों के सड़क पर आने से कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ गया है। ये लोग खाने की समस्या बता रहे हैं और घर भेजने की मांग कर रहे हैं। कोरोना से बुरी तरह प्रभावित मुंबई में इस कदर भीड़ का उमड़ना काफी चिंताजनक है।

मुंबई और पुणे में बढ़ रहे मामले चिंताजनक

सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार इस मामले पर काम कर रही है औद्योगिक गतिविधियों को कैसे फिर से शुरू किया जाए। उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि मुंबई और पुणे में बढ़ रहे मामले चिंता का विषय है।

10 जिले में कोई भी कोरोना पॉजिटिव का मामला नहीं

घटना के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य के 10 जिले में कोई भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं है। हम इसे बनाए रखेंगे और कोशिश करेंगे कि सभी जिले जल्द से जल्द कोविड मुक्त हो जाए। उन्होंने कहा कि मुंबई और पुणे हॉटस्पॉट हैं। इसलिए इन स्थानों पर लैब सेंटर बढ़ाएं जा रहे हैं। सरकार सभी क्षेत्रों से आपूर्ति संबंधी समस्याओं को दूर करने की पूरी कोशिश कर रही है।

भोजन या आश्रय नहीं, घर वापस जाना चाहते हैं: ठाकरे

इसके बाद महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बांद्रा स्टेशन और गुजरात के सूरत की स्थिति बराबर है। इसके लिए संघ सरकार जिम्मेदार हैं। केंद्र द्वारा प्रवासी श्रमिकों के घर वापस जाने की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं होने का यह परिणाम है। दरअसल, ये भोजन या आश्रय नहीं, घर वापस जाना चाहते हैं। राज्य के विभिन्न आश्रय शिविरों में 6 लाख से अधिक लोगों को रखा गया है। इनमें से कई अब खाने या रहने से इंकार कर रहे हैं।

रेलवे स्टेशन परिसर में लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए

मुंबई पुलिस ने पूरे मामले पर कहा कि स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने मौके पर जाकर उनसे बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की। इस दौरान, भीड़ का एक हिस्सा हिंसक हो गया, इसलिए उन्हें नियंत्रण में लाने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा। शाम 4 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन परिसर में लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए। उनमें से कई प्रवासी मजदूर थे। वे लॉकडाउन के विस्तार से नाखुश थे और अपने घरों में वापस जाना चाहते थे। उन्होंने मानने से पहले अपनी मांग रखी।

आनंद विहार बस अड्डे पर भी प्रवासी मजदूर हुए थे जमा

इससे पहले भी 25 मार्च को हुए लॉकडाउन के बाद दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ जमा हो गई थी। कई प्रवासी श्रमिक पैदल ही घर जाने को मजबूर हो गए। जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दिल्ली-यूपी सीमा से राज्य के भिन्न-भिन्न जिलों के लिए बसों की व्यवस्था की गई थी।

वर्ल्ड बैंक ने जाहिर की थी चिंता

इससे पहले 12 मार्च को विश्व बैंक ने कहा था कि घर लौट रहे प्रवासी मजदूर अप्रभावित राज्यों एवं गांवों में कोरोना वायरस फैलाने के कारक बन सकते हैं। देश के जिन इलाकों में ये लोग लौट रहे हैं वहां भी कोविड-19 के मामले सामने आ सकते हैं। 

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad