कुवैत में आग की घटना में मारे गए भारतीयों के शवों को लेकर भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान शुक्रवार को कोच्चि के कोचिन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। गुरुवार को कुवैत पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री सिंह वीके सिंह शवों को ले जाने वाले विमान में सवार हैं।
#WATCH | Ernakulam: Special IAF aircraft carrying the mortal remains of 45 Indian victims in the fire incident in Kuwait reaches Cochin International Airport.
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— ANI (@ANI) June 14, 2024
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह और अन्य मंत्रियों ने कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कुवैत में आग की घटना के पीड़ितों के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, "मैं इस दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। यह एक बहुत ही दुखद घटना है और हम सभी इसके लिए बहुत दुखी हैं। जैसे ही हमारी सरकार को इस घटना के बारे में पता चला, पीएम मोदी ने तुरंत एक बैठक बुलाई और हमें तुरंत कुवैत पहुंचने और सभी संभव कदम उठाने का निर्देश दिया ताकि पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द वापस लाया जा सके। हम कुवैत पहुंच गए और पीएम मोदी ने पहले ही वहां के अधिकारियों, वहां के विदेश मंत्री और कुवैत के अमीर से बात कर ली थी। मैं अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहूंगा क्योंकि उन्होंने हर संभव प्रयास किया, उन्होंने सभी संभव उपाय किए और सभी कागजात पूरे करने में पूरा सहयोग किया, पहचान इतने कम समय में हो गई जबकि आमतौर पर इसमें एक सप्ताह या कम से कम दस दिन लग सकते थे। पीएम मोदी के निर्देश पर, अधिकारियों ने इस काम को बहुत जल्दी किया..."।
केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन उन लोगों में शामिल थे जो हवाई अड्डे पर मौजूद थे। केरल की मंत्री वीना जॉर्ज, पी राजीव, के राजन और रोशी ऑगस्टिन भी पार्थिव शरीर लेने के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
विपक्ष के नेता वीडी सतीसन, केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी, कांग्रेस सांसद हिबी ईडन, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन और पूर्व केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन सहित अन्य लोग भी उड़ान की लैंडिंग से पहले पहुंचे थे।
एएनआई से बात करते हुए, केरल के मंत्री पी राजीव ने कहा कि प्रत्येक मृतक के लिए विशेष एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है और एक पुलिस पायलट भी प्रदान किया गया है। मंत्री ने कहा, ''45 मृतकों में से केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के निवासियों के शव यहां लाए जाएंगे।''
केरल लाए गए 31 पीड़ितों के शवों में केरल के 23, तमिलनाडु के सात और कर्नाटक का एक व्यक्ति शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार तमिलनाडु सरकार के साथ समन्वय कर रही है और साथ ही तमिलनाडु के सात पीड़ितों के शवों को भी विशेष विमान से कोच्चि लाया जा रहा है।
इससे पहले, विमान के कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर एर्नाकुलम रेंज के डीआईजी पुट्टा विमलादित्य ने कहा, "हमने शवों को प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं। हमने पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के साथ भी बातचीत की है। जैसे ही शव मिल जाएंगे, तो उन्हें उचित तरीके से उनके संबंधित स्थानों पर ले जाया जाएगा। 23 शव केरल के हैं, 7 तमिलनाडु के हैं और 1 कर्नाटक का है।"
कुवैत अग्निकांड पर केरल स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, "कुछ ही देर में शवों को यहां लाया जाएगा। मुख्यमंत्री भी यहां पहुंच रहे हैं। एंबुलेंस पहुंच गए हैं, प्रत्येक एंबुलेंस में पुलिस की टीम उपस्थित रहेगी... सभी तैयारी की जा चुकी हैं। यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है... हम एक ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं, जिसमें मरने वालों में आधे से अधिक केरल से हैं और ज़्यादातर जिनका इलाज चल रहा है वे भी केरल के हैं... यह दुर्भाग्यपूर्ण है, अभी और कुछ नहीं कहा जा सकता। हम ऐसी परिस्थिति का सामना नहीं कर पा रहे हैं..."।
वहीं, केरल के राजस्व मंत्री के. राजन कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां भारतीय वायुसेना के विशेष विमान द्वारा कुवैत अग्निकांड में जान गवाने वाले 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर शीघ्र पहुंचाए जाएंगे।
इससे पहले विमान के कुवैत से रवाना होने से पहले भारतीय दूतावास ने भारतीय वायुसेना के इस स्पेशल विमान के रवाना होने से जुड़ी खबर एक्स पर पोस्ट की। भारतीय दूतावास ने एक्स पर लिखा, "कुवैत में आग लगने की घटना में 45 भारतीय पीड़ितों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान कोच्चि के लिए रवाना हो गया है। राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी इस विमान में सवार हैं।
बता दें कि दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में बुधवार (13 जून 2024) को एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए थे। कुवैत के प्रथम उप प्रधान मंत्री और रक्षामंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने बताया था कि अधिकारियों ने 48 शवों की पहचान की है, जिनमें से 45 भारतीय और तीन नागरिक फिलिपींस के हैं। उन्होंने कहा कि एक शेष शव की पहचान करने के प्रयास अभी भी जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले अधिकांश भारतीय पीड़ित केरल से हैं। केरल के 19 लोगों की जान इस हादसे में गई है।
केरल सरकार ने गुरुवार (13 जून 2024) को कुवैत अग्निकांड में मारे गए 19 केरलवासियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का फैसला किया था। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में बताया था कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज सुबह मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक में यह फैसला लिया है।
गौरतलब है कि 12 जून को कुवैत के मंगफ में एक श्रमिक आवास में लगी भीषण आग में कम से कम 45 भारतीयों की मौत हो गई। इसमें केरल से 23, तमिलनाडु से सात, आंध्र प्रदेश से तीन और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल से एक-एक शामिल हैं।