देश में जरूरत की चीजों के बढ़ रहे दाम और जमाखोरी को लेकर अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआईटीयूसी-एटक) ने सरकार से तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। एआईटीयूसी कीी महासचिव अमरजीत कौर ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा, "एआईटीयूसी ने जमाखोरी पर नियंत्रण के लिए तत्काल कदम उठाने, समाज के निराश्रित, कमजोर और गरीब तबकों को भोजन सुनिश्चित करने की मांग की है।" दरअसल, लोगों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें अचानक बढ़ा दी गई हैंं, जबकि खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि वे उच्च दरों पर सामान मंगवा रहे हैं।
बता दें, कोरोना वायरस के बढ़ रहे दायरे को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन 14 अप्रैल तक किया गया है। जिसकी वजह से जरूरी कार्यों को छोड़कर सारी गतिविधियां ठप है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी 14 अप्रैल तक स्थगित हैं।
‘पीएम ने नहीं उठाए कोई कदम’
अपने बयान में यूनियन ने कहा है कि जमाखोरी पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री की ओर से कोई घोषणा नहीं की गई है। साथ ही कहा गया कि इस दुख: की घड़ी में जमाखोरी और कालाबाजारी करने वाले लोग मुनाफा कमाने में जुटे हैं। यूनियन महासचिव अमरजीत कौर ने कहा कि लोगों को उम्मीद है कि इस समस्या को कम करने के लिए पीएम की तरफ से कोई ठोस कदम उठाने की घोषणा की जाएगी।
सरकार ने कहा था लोगों को तीन महीने का राशन एडवांस मिलेगा
इससे पहले सरकार ने पिछले महीने 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बाद दावा किया था कि 80 करोड़ परिवारों को अगले तीन महीने का राशन एडवांस में दिया जाएगा। इस बाबत केंद्र द्वारा राज्यों को एडवांस में राशन भेजने की व्यवस्था की जा रही है। इसके बावजूद भी देश के कई हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही हैंं, कि जरूरतमंदों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खबरों के मुताबिक राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में एमआरपी से ज्यादा दाम वसूले जा रहे हैं। जिसकी वजह से गरीब और प्रवासी श्रमिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।