संगोष्ठी में उमा भारती ने कहा कि बाबा साहेब ने जल संसाधन के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया था। इसके साथ ही उन्होने देश में जल क्रांति का आह्वान किया है। उन्होने केंद्रीय जल आयोग और अपने मंत्रालय की अन्य एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सूखे से प्रभावित देश के प्रत्येक ब्लॉक का दौरा करके स्थिति से प्रभावशाली ढंग से निपटने का खाका तैयार करे। उन्होंने कहा कि भविष्य में सूखे से निपटने के लिए हमारे पास देश के प्रत्येक ब्लॉक के बारे में इस तरह की तैयारी होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के 100 अनुसूचित जाति बहुल गांवों का जल संसाधनों के विकास के लिए, जल ग्राम योजना के तहत चयन किया जाएगा। जल ग्राम, केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के जल क्रांति अभियान के तहत वह योजना है, जिसमें देश के प्रत्येक जिले से दो ऐसे गांवों का जल संसाधनों के सर्वांगीण विकास के लिए चयन किया जाता है, जहां पानी की भारी कमी है।
इस संगोष्ठी का आयोजन जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के तहत केंद्रीय जल आयोग द्वारा डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 125वीं जयंती समारोहों के एक हिस्से के रूप में किया गया ताकि जल क्षेत्र में उनके योगदान को भलीभांति रेखांकित किया जा सके एवं उनके स्वप्न को साकार करने की योजना पर विचार-विमर्श किया जा सके।