आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने सुप्रीम कोर्ट के जज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रेड्डी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जस्टिस एस. ए. बोबडे को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि सुप्रीम कोर्ट में नबंर 2 जज एनवी रमन्ना विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के हितों की रक्षा के लिए उनकी सरकार में हस्तक्षेप कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री रेड्डी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि राज्य की न्यायिक तटस्थता बनी रहे।
6 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के आठ पन्नों के पत्र में न्यायमूर्ति रमन्ना द्वारा एन चंद्रबाबू नायडू के साथ न्यायाधीश की कथित निकटता और टीडीपी और उसके पार्टी के लोगों के हितों की रक्षा के लिए उनके हस्तक्षेप को संदर्भित किया गया है। इसने कथित अमरावती भूमि घोटाले की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जांच की ओर भी ध्यान दिलाया।
उन्होंने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा हाल ही में दिए गए आदेश का हवाला देते हुए कहा कि पूर्व महाधिवक्ता दम्मलापति श्रीनिवास द्वारा दायर 2020 की रिट याचिका संख्या 16468 में श्री श्रीनिवास के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जाँच और प्रेस पर एक गाग आदेश दिया गया था। जिसके खिलाफ एक एसएलपी को प्राथमिकता दी गई थी।
यह पत्र शनिवार शाम को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार अजय कल्लम ने जारी किया।