चीन के अलावा दुनिया के कई देश कोरोना वायरस के आतंक से परेशना है। इसी कड़ी में आयुष मंत्रालय ने बुधवार को एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि होम्योपैथिक और यूनानी दवा कोरोना वायरस की रोकथाम में प्रभावकारी हो सकता है। साथ ही मंत्रालय ने दावा किया कि इन दवाओं की वजह से चीन में 100 से अधिक लोगों को जीवनदान मिला है। कुछ आयुर्वेदिक अध्य्यनों का भी उल्लेख करते हुए मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि संभावित कोरोना वायरस के लक्षण जैसे मामलों में यह मददगार हो सकता है। बता दें कि, चीन में इस वायरस की वजह से 132 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 6000 से अधिक लोग इससे प्रभावित है।
मंत्रालय ने जारी किया बयान
वहीं, आयुष मंत्रालय एडवाइजरी को निवारक उपाय बताया है। मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह वायरस से उपचार को लेकर कोई दावा नहीं कर रहा है। गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय के तहत अनुसंधान परिषद विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों में शामिल हैं और आम जनता के लिए समय-समय पर लाइफ-स्टाइल की सलाह देता रहता है।
दिया गया सुझाव
एजवाइजरी में आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के साथ ही घरेलू उपचारों का भी सुझाव दिया गया है,। दावा किया गया है कि यह वायरस के संक्रमणों के लक्षण दिखने पर इलाज में उपयोगी हो सकते हैं। सलाह दी गई है कि वायु जनित संक्रमणों की रोकथाम के लिए हाथों को अक्सर साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोना, आंखों, नाक और मुंह को बिना धुले हाथों से न छूना और बीमार लोगों के संपर्क से बचना चाहिए।
हो रही है निगरानी
भारत के महाराष्ट्र, गोवा, ओडिशा और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित संदिग्ध कोरोन वायरस संक्रमण के लिए कई टीमें अस्पतालों में निरीक्षण कर रही हैं। चीन से लौट रहे लोगों को नियमित रूप से देश भर के हवाई अड्डों पर जांच की जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक कोरोन वायरस सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे श्वसन लक्षण शामिल हैं।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    