उत्तर प्रदेश के कानपुर के हैलट अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात की मौत हो गई। यहां गर्भवती महिला को डॉक्टरों ने एडमिट करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद महिला ने टॉयलेट सीट पर नवजात को जन्म दे दिया। लेकिन इस दौरान नवजात का सिर साइफन में फंस गया। अस्पताल के कर्मचारियों ने टॉयलेट सीट तोड़कर उसे बाहर निकाला। लेकिन इतनी देर में उसकी मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक, अस्पताल के डॉक्टरों ने 30 वर्षीय गर्भवती महिला हसीन बानो के आपातकालीन वार्ड में आने पर उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया।
उसके पति मोइन ने डॉक्टरों से गुहार लगाई क्योंकि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई थी। जब दर्द असहनीय हो गया तो महिला शौचालय गई, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन शिशु फिसल गया और सिर सीट के होल में फंस गया।
अस्पताल के कर्मचारियों ने शौचालय की सीट तोड़ दी और शिशु को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
लाला लाजपत राय अस्पताल से जुड़े गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय काला ने मामले का संज्ञान लेते हुए कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए हैं।
डॉ काला ने कहा, 'मामला गंभीर है। पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'