भीम आर्मी के प्रमुख चंद्र शेखर ने दावा किया है कि उनके काफिले पर रविवार देर रात हमला किया गया था, जब वह बुलंदशहर जिले में एक रैली को संबोधित कर लौट रहे थे।
आजाद ने कहा कि जिस काफिले में वह यात्रा कर रहे थे, उस पर गोलीबारी की गई।
चंद्रशेखर आजाद ने रविवार देर रात ट्वीट किया, "बुलन्दशहर के चुनाव में हमारे प्रत्याशी उतारने से विपक्षी पार्टीयां घबरा गई है और आज की रैली ने इनकी नींद उड़ा दी है जिसकी वजह से अभी कायरतापूर्ण तरीके से मेरे काफिले पर गोलियां चलाई गई है। यह इनकी हार की हताशा को दिखाता है ये चाहते है कि माहौल खराब हो लेकिन हम ऐसा नही होने देंगे।"
आजाद समाज पार्टी के संयोजक आजाद ने कहा कि उनका काफिला उस समय निकल रहा था जब सदस्य आगामी उपचुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे। यह घटना 3 नवंबर को बुलंदशहर उपचुनाव से पहले की है।
वहीं बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष कुमार सिंह ने चंद्रशेखर के काफिले पर हमले होने से इनकार किया है। एसएसपी ने कहा कि आजाद समाज पार्टी और एआईएमआईएम के उम्मीदवारों से जुड़े कार्यकर्ताओं के बीच आपसी संघर्ष की जानकारी थी।पुलिस अधिकारी ने कहा कि चंद्रशेखर के काफिले पर हमले की रिपोर्ट की पुष्टि होनी बाकी है।
उत्तर प्रदेश में सात सीटों के लिए उपचुनाव में भीम आर्मी की राजनीतिक शुरुआत है जो अब तक एक अर्ध-राजनीतिक संगठन बना हुआ है। चंद्र शेखर ने हाजी यामीन को बुलंदशहर उपचुनाव के लिए अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है और उनकी आजाद समाज पार्टी भी प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन (पीडीए) के बैनर तले बिहार में 30 सीटों के लिए चुनाव लड़ रही है, जिसका नेतृत्व राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी कर रही है।