कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 4.0 लगा रखा है जो 31 मई तक चलेगा। इस बीच अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद भी तेज है जिसके लिए कुछ रियायतें भी दी गई हैं। इसी कड़ी में आज यानी गुरुवार को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने आज मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई समेत कोरोना वायरस से प्रभावित 13 शहरों के नगर निगम आयुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों के साथ बैठक की। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई इस बैठक में संबंधित राज्यों के मुख्य सचिव व प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) भी शामिल हुए।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई, चेन्नई, दिल्ली/नई दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता/हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर के नगर निगम आयुक्त इस बैठक में शामिल हुए। अधिकारी ने बताया कि बैठक में संबंधित जिला मजिस्ट्रेट भी शामिल हुए। इस बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई समेत उन 13 शहरों के अधिकारियों से बातचीत की जहां कोरोना वायरस के 70 फीसदी मामले सामने आए हैं।
31 मई को खत्म हो जाएगी लॉकडाउन 4.0 की समयावधि
बता दें देश में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन 4.0 की समयावधि 31 मई को खत्म हो जाएगी। उससे पहले माना जा रहा है कि सरकार कोई ठोस निर्णय लेगी। कहा जा रहा है कि सरकार लॉकडाउन के एग्जिट प्लान पर काम करने के लिए उन प्रमुख शहरों और नगर निगमों से संपर्क किया है जहां कोरोना के संक्रमण का असर ज्यादा है।
राजीव गाबा ने इस कोरोना संकटकाल में समय-समय पर राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की हैं और उनसे स्थिति की पूरी जानकारी ली है। इससे पहले 17 मई को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा की थी। इस दौरान राज्यों को ट्रेनों को चलाने की अनुमति देने से जुड़ी चर्चा हुई थी और कोरोना के संकट को लेकर राज्यों के किए जा रहे प्रयासों पर समीक्षा की गई थी। तब लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया गया था।
बुधवार को गृह मंत्रालय ने क्या कहा
गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक रिपोर्ट में लॉकडाउन-5 को लेकर किए गए दावों और कयासों को खारिज कर दिया था। मंत्रालय ने कहा था कि इस रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन-5 की घोषणा को लेकर किए जा रहे तमाम दावे केवल कयास हैं।
राजधानी में 15,000 से ज्यादा मामले
देश के अधिकतर बड़े और व्यवसायी शहर कोरोना की चपेट में हैं। एक ओर जहां आर्थिक राजधानी मुंबई में हर दिन 1,000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने भी गुरुवार को 15,000 का आंकड़ा पार कर लिया। वहीं अहमदाबाद में भी कोरोना का संक्रमण ज्यादा है। ऐसे में सरकार की पूरी कोशिश है कोरोना के संक्रमण वाले इलाकों पर फोकस करते हुए लॉकडाउन का एग्जिट प्लान तैयार किया जाए।