बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले सीबीआई की विशेष अदालत 4 जून से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती सहित 32 आरोपियों का बयान दर्ज करेगी। बयान को कोरोना वायरस की वजह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दर्ज किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में 8 मई को आदेश जारी करते हुए 31 अगस्त तक सुनवाई पूरी करने को कहा था।
इन सभी का बयान होगा दर्ज
इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व उप प्रधानमंत्री एल के आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, साक्षी महाराज और रामविलास वेदांती शामिल हैं।
क्या है मामला
6 दिसंबर 1992 को अयोध्य में बाबरी मस्जिद को ढाह दिया गया था। इसी मामले में ये सभी आरोपी हैं। मामले में सीबीआई ने 49 अभियुक्तों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था, जिसमें से 17 अभियुक्तों की मौत हो चुकी है। विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल, विष्णु हरि डालमिया की सुनवाई के दौरान मौत हो जाने के बाद कार्यवाही को समाप्त कर दिया गया।