फैसल ने घाटी की महबूबा सरकार को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने यहां अपने नागरिकों की सुरक्षा पर खास ध्यान नहीं दिया। अगर दिया होता तो इस तरह से लोगों की जान नहीं जाती। लापरवाही से सरकार ने यहां के लोगों को एक तरह से घायल कर दिया।
मृत आतंकी कमांडर के साथ उनकी तस्वीर दिखाए जाने पर फैसल खासे गुस्से में हैं। स्कूल एडुकेशन के डायरेक्टर फैसल की गुस्से से भरपूर यह प्रतिक्रिया तब आई जब उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि उनकी तस्वीर का इस्तेमाल एक आतंकी कमांडर के साथ करना ठीक नहीं है। राष्ट्रीय मीडिया प्रोपगेंडा फैलाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल कर रहा है। फैसल ने अपने फेसबुक पेज पर कई टीवी न्यूज चैनल का नाम लिखकर सीधे तौर पर कहा है कि वो आपको कभी सच्चाई नहीं बताएंगे। उन्होंने यह भी सवाल किया है कि मैंने आईएएस नौकरी करने के लिए ज्वाइन की है, आपके प्रोपगेंडा का विषय बनने के लिए नहीं, अगर ऐसा है तो मैं त्यागपत्र दे दूंगा।
शाह ने कहा कि मीडिया वाले कभी यहां की सच्चाई आपके सामने नहीं लाएंगे। राज्य को बहुत नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में कोई भी सरकार यहां की तकलीफ से अनजान नहीं रह सकती। यह वक्त है हिंसा रोकने का लोगों की मदद करने का। कश्मीर में उन लोगों के लिए दुआ करने की, जिन्होंने इस हादसे में अपना सब कुछ खो दिया है।
हाल ही एक समाचार पत्र में एक लेख प्रकाशित हुआ था, जिसमें लिखा था कि कश्मीर में जहां एक ओर बुरहान वानी जैसे आतंकी गतिविधियों में संलिप्त हैं, तो वहीं दूसरी ओर शाह फैसल एक ईमानदार अफसर हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी बुरहान वानी के साथ शाह फैसल की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दोनों के सफर का जिक्र किया गया है। अच्छे कश्मीरी और बुरे कश्मीरी का उल्लेख भी किया गया है।
आतंकी बुरहान वानी को सेना ने एक मुठभेड़ में 8 जुलाई को मार गिराया था, जिसके बाद घाटी में हिंसा फैल गई, जिसमें सुरक्षा बलों और प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच झड़प में 38 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा, 'एक तरफ कश्मीर अपनी मौतों पर विलाप कर रहा है और दूसरी तरफ कुछ अखबारों द्वारा प्रोपगेंडा फैलाया जा रहा है, जिससे यहां और भी ज्यादा गुस्सा भड़क रहा है।' फैसल ने धमकी दी है कि इस तरह की बकवास चीजें अगर बंद नहीं हुईं तो वे इस्तीफा दे देंगे। एजेंसी